Dhanbad: धनबाद (Dhanbad) सेना में भर्ती की नई योजना अग्निपथ के खिलाफ आंदोलन की कड़ी में 19 जून को कई छात्र संगठनों ने झारखंड बंद का एलान किया है. बंद के समर्थन में दर्जन भर से अधिक छात्र संगठन शामिल हैं. बंद का सबसे ज्यादा असर बसों पर पड़ा है. 19 जून को धनबाद बस स्टैंड से 120 से भी अधिक बसों को रद्द कर दिया गया है, जिससे लगभग 14 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान है.
अग्निपथ योजना वापस लेने, सेना में ठेका प्रथा पर बहाली बंद करने, सेना के सभी खाली पदों पर स्थायी बहाली और बॉर्डर की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं करने की मांग को लेकर छात्र संगठनों ने बिहार के बाद 19 जून को झारखंड बंद का आह्वान किया है. बंद को समर्थन देने के लिए अन्य छात्र संगठनों से भी अपील की गई है.
हर रोज लगभग 350 बसों का होता था परिचालन
धनबाद जिला बस ऑनर एसोसिएशन ने 120 से भी अधिक बसों को रद्द कर दिया है. संगठन के अध्यक्ष सुमित सिंह का कहना है कि धनबाद से प्रतिदिन लगभग 350 बसों का परिचालन होता था, लेकिन झारखंड बंद के कारण 19 जून को लगभग 120 बसों को कैंसिल कर दिया गया है. इससे पहले रांची और बिहार जाने वाली बसों पर रोक लगी हुई थी.
यात्रियों की संख्या में भी आई गिरावट
बीती रात झारखंड बंद के आह्वान के बाद से ही यात्रियों की संख्या में भारी कमी देखने को मिल रही है. श्री सिंह बताते हैं कि पहले से ही रांची और बिहार जाने वाली बसों पर रोक लगी हुई थी. उनका कहना है कि बस मालिकों के साथ यात्रा करने वाले भी कोई रिस्क नहीं उठाना चाह रहे हैं. बस अड्डे पर काफी कम संख्या में यात्री पहुंच रहे हैं.
कहां कितनी बसें बंद, कितना नुकसान
शहर से चलने वाली बसों की संख्या लगभग 350
रद्द बसों की संख्या :120
प्रति बस का नुकसान : 6000, कुल 120 × 6 = 720,000
शेष 230 में क्षमता से आधे यात्री, नुकसान : 230 × 3000 = 690,000
कैंसिल बसों का नुकसान : 720,000 कुल नुकसान :14,10,000
यह भी पढ़ें: धनबाद रेलवे स्टेशन पर बैरिकेडिंग से बढ़ी यात्रियों की मुसीबत, बाहर-भीतर लगी लंबी कतार