Dhanbad : जल शक्ति अभियान की केंद्रीय नोडल पदाधिकारी अरिंदिता सिन्हा राय 6 जुलाई को धनबाद (Dhanbad) समाहरणालय सभागार में “कैच द रेन 2022” की समीक्षा बैठक की. कहा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में मानसून अवधि जल संरक्षण के उपायों में तेजी लाएं. जहां भी, जैसे भी संभव हो बारिश का पानी रोकें. इस योजना के तहत जल संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों और इसकी कार्य योजनाओं की नियमित निगरानी करनी है. उन्होंने अधिकारियों को इस अभियान से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने और उन्हें जागरूक करने का निर्देश दिया. साथ ही पौधरोपण और पौधों की देखभाल के लिए भी लोगों को प्रेरित करें.
जल संग्रह के साइट का चयन कर बनाएं कार्ययोजना : डीसी
धनबाद के डीसी संदीप सिंह ने कहा कि जल संरक्षण के लिए यह वृहद कार्यक्रम है. अधिक से अधिक जल संग्रह करने के लिए भौगोलिक स्थिति के अनुसार बेहतरीन साइट का चयन करें. जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों से सलाह-मशवरा करें. तकनीकी पहलुओं पर भी विचार-विमर्श करें. डीडीसी शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि जिले में 35 लाख स्क्वायर मीटर जलसंग्रह क्षेत्र (कैचमेंट एरिया) है. 500 जलस्रोतों का विकास किया गया है. 891 जलस्रोतों की जियो टैगिंग की गई है. 672 वर्षा जल संग्रह की संरचना निर्मित की गई है. साथ ही कतरी व जमुनिया नदी के कायाकल्प के लिए योजना तैयार की जा रही है. आवासीय परिसरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग को अनिवार्य किया गया है. जल शक्ति मंत्रालय के तकनीकी पदाधिकारी धीरज पांडे ने कहा कि जीआईएस मैपिंग कर साइट का चयन करने से अच्छे परिणाम सामने आएंगे. बैठक में निदेशक डीआरडीए मुमताज अली, उप निर्वाचन पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार पांडेय, विशेष कार्य पदाधिकारी सुशांत मुखर्जी, ईशा खंडेलवाल सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.
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