Bokaro : बीएसएल के सड़कों पर आये दिन आवारा पशु घुमते रहते हैं. सभी सेक्टरों में झुंड के झुंड भैंस और गाय का तबेला सड़कों पर विचरण करते दिखता है. कई बार तो आवारा पशु अनायास सड़कों पर दौड़ने लगते हैं. भैंसों से टकराकर कई बार तो वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है. इससे सड़कों पर आने-जाने वाले वाहनों को भी परेशानियां हो रही हैं. सड़कों पर चलना मुहाल हो गया है. जानवर सड़क को गंदा कर देते हैं. जिससे बीएसएल द्वारा बनाये सड़क सुंदरीकरण को भी क्षति पहुंच रही है. इन सभी चीजों को देखते हुए बीएसएल प्रबंधन ने नोटिस जारी की है. जिसमें जुर्माना लगाये जाने का प्रावधान भी है. लेकिन पशुपालक मानने को तैयार नहीं है. (पढ़ें, अमरनाथ हादसा : 15 श्रद्धालुओं की मौत, 40 से ज्यादा लापता,15,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया, Rescue Operation जारी)
ट्रैफिक पुलिस के लिए यह एक नयी चुनौती
पशुपालक बीएसएल प्रबंधन की बात नहीं सुनते हैं और जानवरों को सड़कों पर छोड़ देते हैं. जो अब जिला प्रशासन के लिए भी सर दर्द बन गयी है. नया मोड़ में भैंसों का झुंड ट्रैफिक पुलिस के लिए एक नई चुनौती बनी हुई है. हर दिन झुंड के झुंड भैंसों का रेला सड़कों पर घुमता रहता है. जो काफी खतरनाक साबित हो सकता है. लेकिन भैंसों के मालिक बेपरवाह हो कर अपनी मनमानी करते हैं. अगर इस पर रोक नहीं लगायी गयी तो आने वाले समय में लोगों की मुश्किलें और बढ़ जायेगी.
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सेल ने बनाया था दंडित करने का प्रावधान
सेल पूर्व में मवेशियों को सड़क पर पाये जाने पर जुर्माना का प्रावधान किया था. सड़क पर मवेशी पाये जाने पर उसे बनाये गये सुरक्षित जगह पर रखा जाता था. जब पशुपालक आते थे तो दंड वसूला जाता था. लेकिन अब यह व्यवस्था लागू नहीं है. लिहाजा पशुपालक बेखौफ मवेशियों को सड़क पर छोड़ देते हैं.
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