Jamshedpur (Raj Laxmi): वीमेंस कॉलेज में बुधवार को सत्र 2021-23 की छात्राओं ने जमकर हंगामा किया. हंगामे के पीछे की वजह थी उनकी 12वीं की कक्षाओं का संचालन नहीं होना. दरअसल वीमेंस कॉलेज को वीमेंस यूनिवर्सिटी का दर्जा मिल चुका है. ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले सत्र से 11वीं एवं 12वीं की पढ़ाई बंद हो जाएगी. लेकिन कॉलेज में 2021 में नामांकन करवा चुकी छात्राओं की भी कक्षाओं का संचालन बंद कर दिया गया है. जिससे आक्रोशित होकर छात्राओं ने कॉलेज परिसर में धरना दिया. धरने का नेतृत्व आजसू छात्र संघ और एआईडीएसओ द्वारा किया जा रहा था.
छात्र संघ ने कहा जब कक्षाएं बंद करवानी थी तो फिर क्यों लिया 2021 सत्र में नामांकन
आजसू छात्र संघ के कोल्हान अध्यक्ष हेमंत पाठक ने कहा कि कॉलेज यूनिवर्सिटी बनने के बाद 12वीं की पढ़ाई यहां बंद कर दी गई यह हम मानकर चल रहे हैं. लेकिन जिन छात्रों का एडमिशन पहले ही यूनिवर्सिटी में लिया जा चुका है उन्हें क्यों सजा दी जा रही है. एआईडीएसओ की सोनी सेनगुप्ता ने कहा कि यह छात्राओं के भविष्य के साथ नाइंसाफी है. यहां छात्राएं दूर-दूर से अपने उज्ज्वल भविष्य के सपने लेकर आती हैं. ऐसे में जब बीच में ही इनकी पढ़ाई रोक दी गई तो अब यह क्या करेंगे. वहीं पूरे मामले को लेकर छात्र सुबह 8 बजे से 12 बजे तक कॉलेज परिसर में धरने पर ही बैठे रहे.
छात्राओं को सता रही भविष्य की चिंता, कहा न कॉपी चेक हो रही है और न ही हो रही क्लासेस
धरने पर बैठी 12वीं की एक छात्रा ने कहा कि वह धालभूमगढ़ से यहां पढ़ाई करने आती है. अगर बीच में ही इस तरह उनकी पढ़ाई रोक दी जाएगी तो वह कैसे आगे की पढ़ाई पूरी कर पाएगी यही चिंता सता रही है. वही आदित्यपुर से आई एक छात्रा ने कहा कि यहां हमारे न तो ग्यारहवीं के पेपर चेक किए जा रहे हैं और न ही हमारा प्रैक्टिकल जमा लिया जा रहा है. टीचरों का कहना है कि आगे की पढ़ाई होगी कि नहीं होगी यह कह पाना मुश्किल है. हमसे पहले कहा गया था कि 11वीं की परीक्षा से पहले ही 12वीं की पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी लेकिन अब परीक्षा के इतने दिनों बाद भी कुछ नहीं हो सका है. वही एक छात्रा ने कहा की टीचर्स हमें कहती है कि आपको कॉलेज आना जरूर है लेकिन यहां आपकी पढ़ाई नहीं होगी. आपको यह बाहर भी नहीं बताना है कि आपके क्लासेज नहीं लगाए जा रहे हैं.
छात्र संघ ने 72 घंटे में कक्षाओं के संचालन का दिया अल्टीमेटम , वार्ता में बनी सहमति
कॉलेज परिसर में चार घंटे तक चले हंगामे के बाद आखिरकार रजिस्ट्रार छात्रों से वार्ता को सहमत हुए. छात्र संघ और साइंस कॉमर्स और आर्ट्स के प्रतिनिधि छात्रों के साथ हुई वार्ता में क्लास शुरू करवाने के लिये 72 घंटे का समय दिया गया. इस दौरान छात्र संघ ने कहा कि यदि 72 घंटे में छात्राओं की कक्षाओं का संचालन नहीं किया जाएगा तो आगे होने वाले आंदोलन की जिम्मेदारी कॉलेज की होगी. पूरे मामले पर कॉलेज प्रबंधन ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि कल ही डीसी से इस मामले पर बातचीत हुई है. कुछ ही दिनों के अंदर छात्राओं की कक्षा का संचालन और नए सत्र में नामांकन पर पहल की जाएगी.
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