Manoharpur (Ajay singh) : सारंडा के पंचपहिया में बना उप स्वास्थ्य केंद्र विगत दस वर्षो से अधूरा होने के कारण अब पशुओं का चारागाह बन गया है. उप स्वास्थ्य केंद्र अधुरा होने के कारण सांरड़ा के सूदूरवर्ती क्षेत्रों के मरीजों को इलाज के लिए या तो जरायकेला या फिर 15 किलोमीटर दूर मनोहरपुर जाना पड़ता है. पंचपहिया के ग्रामीणों द्वारा इस अधुरे पड़े उप स्वास्थ्य केंद्र की जानकारी स्थानीय विधायक-मंत्री जोबा माँझी एवं चिकित्सा पदाधिकारी, बीडीओ, उपायुक्त को दी जा चुकी है. लेकिन आज तक उपस्वास्थ्य केंद्र अधुरा पड़ा हुआ है.
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उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने से लोग हैं परेशान
चिकित्सा के लिए दूर दराज के इलाकों में जाने वाले मरीजों को आने-जाने में वाहन का खर्च अलग से वहन करना पड़ता है. पंचपहिया हेल्थ सेंटर फिलहाल भवन के अभाव में पास के एक आंगनबाड़ी केंद्र में संचालित किया जा रहा है. मालूम हो इन दिनों सारंडा में मलेरिया, दस्त, बुखार की सबसे ज्यादा मरीज मिल रहे है. ऐसे में उप स्वास्थ्य केंद्र का पूर्ण नहीं होना सारंडा के लोगों के लिए दुर्भाग्य की बात है. लाईलोर निवासी एक ग्रामीण दूबराज किंबो ने बताया कि दस वर्षों से उपस्वास्थ्य केंद्र अधूरा है. इस मामले को लेकर मंत्री जोबा माँझी एवं स्थानीय विधायक से भी कई बार बात की गई लेकिन कोई पहल नहीं हुई.
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अब तक नहीं हुई कोई पहल
स्थानीय स्तर पर चिकित्सीय सुविधा नहीं होने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना पड़ रहा है. वहीं पंचायत के मुखिया बिरसा कंडुलना का कहना है कि पंचपहिया का उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण जल्द हो जाने से सारंडा के ग्रामीणों को इसका लाभ मिल सकेगा. उन्होंने भवन निर्माण कार्य अधूरा छोड़ने वाले संवेदक पर कार्रवाई की मांग की है.