Deoghar : देवघर का बाबाधाम रावणेश्वर ज्योतिर्लिंग के लिए विश्वप्रसिद्ध है. साथ ही 22 मंदिरों का समूह भी बैद्यनाथ धाम को अति विशिष्ठ और दूसरे ज्योतिर्लिंग से अलग और अनोखा बनाता है. 22 मंदिरों में एक नर्मदेश्वर महादेव का मंदिर भी है. जहां श्रद्धालु जलार्पण कर अपने अराध्य भोलेनाथ को अपने मन की मुराद सुनाते हैं.
सावन में लाखों की संख्या में कांवरिया बाबाधाम आते हैं. अरघा व्यवस्था होने के कारण कांवरिया शिवलिंग का स्पर्श करने से वंचित रह जाते हैं. बुहत से कांवरिया मंदिर के गर्भ गृह में लगे अरघा तक भी नहीं पहुंच पाते. ऐसे श्रद्धालु नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में स्थापित शिवलिंग पर जलार्पण और स्पर्श कर खुद को भगवान शिव के साथ आत्मसात करते हैं. देवघर मंदिर परिसर स्थित मुख्य मंदिर के उत्तर दिशा में नर्मदेश्वर महादेव विराजमान हैं. देवघर मंदिर परिसर में 3 शिवलिंग स्थापित है. नर्मदेश्वर महादेव के अलावा यहां पंचमुखी शिवलिंग भी विराजमान है. जिन्हें ब्रह्मा के रूप में जाना जाता है. श्रद्धालुओं की मान्यता है कि नर्मदेश्वर महादेव का स्पर्श और जलाभिषेक से भी कांवड़ यात्रा पूर्ण हो जाती है.
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