Adityapur (Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर नगर निगम में सोमवार को टेंडर डालने में ठेकेदार द्वारा की गई गुंडागर्दी की वजह से नगर निगम में कल 40 ग्रुप में डाला गया टेंडर को रद्द कर दिया गया है. इसकी जानकारी देते हुए सहायक अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि कैम्पस में ठेकेदारों ने एक दूसरे को बीओक्यू खरीदने से रोका और मनमानी करते हुए टेंडर डाला. जो स्वच्छ टेंडर की प्रक्रिया नहीं है. उन्होंने बताया कि कैम्पस के अंदर जो गुंडागर्दी हुई है उसका सीसीटीवी फुटेज निकाला जा रहा है जिसके आधार पर ठेकेदारों की पहचान कर उनके विरुद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और नगर निगम वैसे ठेकेदारों पर डीवार लगाकर उनके फर्म की शिकायत सरकार से करेगी.
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सोमवार को टेंडर डालने की आखिरी तारिख थी
बता दें कि आदित्यपुर नगर निगम में सोमवार को रोड, नाली, कलवर्ट, सामुदायिक भवन आदि 40 ग्रुप के योजनाओं के लिए टेंडर डालने की आखिरी तिथि थी. इसको लेकर नगर निगम के ठेकेदारों में टेंडर डालने को लेकर होड़ लगी रही. ठेकेदार सुबह 10 बजे से ही नगर निगम के गेट पर टेंडर डालने पहुंच गए थे. चूंकि टेंडर डालने का समय दिन के 1 बजे तक ही था. गहमागहमी को देखते हुए और टेंडर पेपर में अनुमानित राशि और बिलो टेंडर डालने को लेकर संवेदकों में आपस में तू-तू मैं-मैं भी हुई थी. इन सब को देखते हुए अपर नगर आयुक्त को पुलिस बुलानी पड़ी थी.
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थाना प्रभारी ने संभाला मोर्चा
गहमागहमी की सूचना पाकर थाना प्रभारी को स्वयं मोर्चा संभालना पड़ा. जिसके वजह से टेंडर प्रक्रिया शांति पूर्वक सम्पन्न हुई. लेकिन बाद में कई अन्य संवेदकों की शिकायतों पर गौर कर नगर निगम ने टेंडर रद्द करने का निर्णय लिया. इतना ही नहीं सहायक अभियंता ने बताया कि अब डेढ़ लाख रुपए से अधिक की योजनाओं का टेंडर ऑनलाइन जमा लिया जाएगा, जो कि अब तक 10 लाख रुपए तक का टेंडर ऑफलाइन प्रक्रिया से किया जा रहा था. बता दें कि काफी दिनों के बाद नगर निगम ने करीब 4 करोड़ रुपये के विकास योजनाओं का टेंडर किया था. जिसमें 50 से ज्यादा संवेदक ने टेंडर डाले हैं.