– चुटूपालू घाटी में विजिटर्स गैलरी और धुर्वा में ट्राइबल थीम पार्क बनाने की योजना पर काम शुरू
– सरायकेला-खरसांवा और दुमका को हैंडीक्राफ्ट टूरिज्म सेंटर के रूप में किया जाएगा विकसित
Ranchi : झारखंड में पर्यटन की असीम संभावना है. प्रदेश में हर साल पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है. विदेशी पर्यटक लगातार बढ़ रहे हैं. बीते चार साल में झारखंड आनेवाले पर्यटकों की संख्या में दोगुना इजाफा हुआ है. यह संख्या बढ़कर तकरीबन चार करोड़ तक पहुंच गई है. विदेशी सैलानियों की संख्या करीब 2 लाख तक पहुंच गई है. पर्यटन के क्षेत्र में झारखंड की पहचान अंतराष्ट्रीय स्तर पर बनी है.
झारखंड सरकार इसे देखते हुए पर्यटन स्थलों को विकसित करने का निर्णय लिया है. जिसके तहत पर्यटन विभाग प्रदेश के 132 पर्यटन स्थलों को विकसित करने को लेकर कार्यवाई शुरू कर दिया है. इन पर्यटन स्थलों का विकास चार श्रेणियों में किया जाएगा. जिसमें अंतराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्यस्तरीय और स्थानीय स्तर की श्रेणी में पर्यटन स्थलों का विकास कार्य होगा.
पर्यटन स्थलों के विकास और पर्यटकों की सुविधा में बढ़ोत्तरी से क्षेत्र में रोजगार की संभावना भी बढ़ेगी. पिछले तीन साल में करीब 74.20 हजार लोग पर्यटन की वजह से रोजगार से जुड़े. सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 75 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है. पर्यटन स्थलों के विकास से पर्यटन और अतिथ्य के क्षेत्र में रोजगार की संभावना बढ़ेगी.
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पर्यटन के 12 श्रेणियों में बांटकर होगा पर्यटन स्थलों का विकास कार्य
झारखंड सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन नीति-2020 को लागू किया है. जिसके तहत प्रदेश के पर्यटन के 12 श्रेणियों में पर्यटन स्थलों को चिह्नित किया जाएगा. इसके तहत धार्मिक टूरिज्म, इको टूरिज्म, कल्चरल टूरिज्म, रुरल टूरिज्म, क्राफ्ट एंड क्यूजिन टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, वीकेंड गेटवेज, फिल्म टूरिज्म, वाटर स्पोर्ट्स एंड रिक्रिएशन पार्क, वेलनेस टूरिज्म और माइनिंग टूरिज्म शामिल है.
राजकीय महोत्सव का दर्जा देकर महोत्सवों को दी जाएगी नई पहचान
झारखंड के 8 पर्यटक और सांस्कृतिक खेल महोत्सवों को राजकीय महोत्सव का दर्जा देकर भव्य आयोजन किया जाता है. इसमें ईटखोरी महोत्सव, छउ महोत्सव, बैद्यनाथधाम महोत्सव, लुगुबुरु महोत्सव, माघी मेला, हिजला मेला, मुड़मा मेला और बासुकीनाथधाम महोत्सव शामिल हैं. इसके अलावा, हुंडरु, जोन्हा और पंचघाग जलप्रपात के साथ नेतरहाट, बेतला, चांडिल डैम, पतरातू डैम, गेतलसूद डैम, कांके डैम और मैथन डैम पर समय-समय पर साहसिक पर्यटन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
कई पर्यटन स्थलों पर चल रहे विकास कार्य, चुटूपालू में विजिटर्स गैलरी बनेगी
पर्यटन विभाग की देखरेख में बाबा वैद्यनाथ धाम, देवघर में कई विकसित कार्य किए जा रहे हैं. जिसपर 39.13 करोड़ रुपए की लागत आएगी. स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत दलमा, चांडिल, गेतलसुद, बेतला और नेतरहाट को विकसित किया जा रहा है. इसके लिए सरकार 52.72 करोड़ रुपए का बजट रखा है. रजरप्पा में 20.91 करोड़ रुपए, लुगुबुरु में 11.99 करोड़, चांडिल में 8.92 करोड़ से का पर्यटन विकास कार्य किया जाएगा.
रांची-रामगढ़ एनएच-33 पर चुटूपालू में विजिटर्स गैलरी बनायी जाएगी. इसके लिए स्थल का चयन कर लिया गया है. वहीं रांची के धुर्वा में ट्राइबल थीम पार्क, साहेबगंज, सरायकेला-खरसांवा और दुमका में हैंडीक्राफ्ट टूरिज्म सेंटर, राजमहल-साहेबगंज-पुनई चौक गंगा फेरी सर्किट, नेतरहाट के मैग्नोलिया सनसेट प्वाइंट में वैली ऑफ फ्लावर आदि भी बनाने की योजना पर काम चल रहा है.
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