Koderma: झारखण्ड विधि महाविद्यालय में ‘नेशनल वर्कशॉप ऑन सेक्सुअल वाइलेंस अगेस्ट वूमेन’ का आयोजन किया गया. इस मौके पर चीफ गेस्ट जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीरेन्द्र कुमार तिवारी, गेस्ट ऑफ ऑनर सफमा परी की निदेशक कुमारी योगिता भयाना, कुमारी तब्बसुम, अभिषेक कुमार, मनोहर कुमार समेत कई लोग मौजूद रहे. उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि नारी शक्ति का सम्मान करना किसी भी जाति का पहला कर्तव्य बनता है. उपस्थित छात्र-छात्राओं को शपथ दिलाई गई कि कहीं भी नारी की रक्षा करना, उनका प्राथमिक दायित्व बनता है. वो ये कर्तव्य पूरा करेंगे. उन्होंने छात्र-छात्राओं को आश्वासन दिया कि उनका हर हमेशा सहयोग करेंगे.
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नारी को मिले उचित सम्मान
वहीं सफमा परी की निदेशक कुमारी योगिता भयाना ने कहा कि झारखण्ड जैसे राज्य का अत्यन्त पिछड़ा जिला कोडरमा में नारियों के प्रति श्रद्धा एवं जागरुकता की सराहना की जानी चाहिए. वहीं अभिषेक कुमार ने कहा कि भारतीय दण्ड संहिता एवं दूसरे उपायों से महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचार को रोका जाय. इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार रखे. छात्र-छात्राओं ने समाज में नारियों के प्रति गलत भावनाओं की निंदा की.
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