Satya Sharan Mishra
Madhupur : मधुपुर उपचुनाव में प्रत्याशियों और दलों ने पूरा दम लगा दिया है. जीत का समीकरण बनाने की सभी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. संभावनाएं वैसे लोग भी तलाश रहे हैं, जिन्हें पता है कि चुनाव में उनकी जमानत तक नहीं बचने वाली. नामांकन के बाद बड़े दलों से बारगेनिंग कर बैठ जाने की मंशा बनाकर बैठे ऐसे नेताओं को निराशा हाथ लगी है.
बड़े दलों ने इस बार उन्हें घास नहीं डाली. अब मजबूरन या लालच में ऐसे प्रत्याशी जनसंपर्क तो कर रहे हैं, लेकिन वोट मांग रहे हैं एनडीए या यूपीए प्रत्याशी के लिए. इस बात की पुष्टि एनडीए प्रत्याशी गंगा नारायण सिंह के बयान से भी होती है. उन्होंने अपनी चुनावी सभा में एक प्रत्याशी का नाम लेकर साफ कहा था कि उन्होंने नाम वापस नहीं लिया, लेकिन हमारे पक्ष में वोट मांग रहे हैं. अगर हमारे लिये वोट नहीं मांगते तो उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ता.
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निर्दलियों से ज्यादा नोटा को मिले थे वोट
निर्दलियों के इस उपचुनाव में खड़े होने से एनडीए और यूपीए को कोई नुकसान होने वाला नहीं है. इसलिए दोनों निर्दलीयों को गंभीरता से नहीं ले रहे. हालांकि एक-दो फीसदी वोट काटने वाले इन निर्दलियों को अपने पाले में करने की कोशिशें जारी है. पिछले विधानसभा चुनाव में 10 निर्दलीय और क्षेत्रीय दलों के उम्मीदवारों ने मिलकर सिर्फ 11.41 फीसदी वोट हासिल किये थे. जबकि नोटा को 1.97 फीसदी वोट मिले थे. इस लिहाज से इस बार निर्दलियों के खाते में सिर्फ 4 से 5 फीसदी वोट जाने के आसार हैं.
10 प्रत्याशियों में कोई नहीं ला पाया था 5000 वोट
2019 के विधानसभा चुनाव में मधुपुर से 13 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था. इनमें से सबसे ज्यादा 38.40 फीसदी वोट जेएमएम को मिले थे. बीजेपी को 38.34 और आजसू को 19.88 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए थे. 4.30% वोट के साथ AIMIM चौथे नंबर पर रही थी. इसके बाद सबसे ज्यादा वोट के साथ पांचवें नंबर पर नोटा रहा था. निर्दलीय और क्षेत्रीय दलों के 10 नेताओं की जमानत जब्त हो गयी थी. किसी प्रत्याशी को 5 हजार वोट भी नहीं मिला.
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बसपा, सपा और हम की भी हो गयी थी जमानत जब्त
पिछले विधानसभा चुनाव में बसपा, सपा, हम और बीएलएसपी ने भी मधुपुर में चुनाव लड़ा था. इन दलों के प्रत्याशियों को एक फीसदी वोट भी नहीं मिला. यही वजह है कि इस बार सिर्फ 4 नये निर्दलीय उम्मीदवार ही मैदान में हैं. 2019 में बसपा को सिर्फ 0.89%, हम को 0.70 फीसदी और सपा को 0.46% वोट मधुपुर में मिले थे. बलिराजा पार्टी को 0.70%, MCO को 0.53%, BLSP को 0.50%, JVMP को 1.84%, निर्दलीय उम्मीदवार बुद्धदेव मुर्मू को 0.98% और ATIC के प्रत्याशी को 0.51 फीसदी वोट ही मिले थे. कोई भी क्षेत्रीय और निर्दलीय उम्मीदवार एक फीसदी से ज्यादा वोट नहीं ला पाया था.
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