Ranchi: रांची DC छवि रंजन ने पिछले एक सप्ताह में 15 बैठक और अलग-अलग जगहों का निरीक्षण किया. लगातार.इन मीडिया ने उन सभी बैठकों की सूची और उन बैठकों का क्या असर हुआ, इसके समझने की कोशिश की. इसमें पाया गया कि पिछले एक सप्ताह के 15 बैठकों में से 6 ही ऐसे हैं, जहां डीसी के आदेश के बाद एक्शन लिया गया हो. इसके अलावा 6 बैठकों में डीसी के दिये निर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा. दो ऐसे हैं, जिसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. वहीं एक बैठक ऐसी है, जिसका परिणाम भविष्य में मिलेगा.
छले एक सप्ताह में डीसी की ये बैठकें, क्या दिया था निर्देश और क्या लिया गया उसपर एक्शन
- 8 अप्रैल 2021
सरहुल से संबंधित सरना समिति के सदस्यों के साथ बैठक. बैठक में डीसी ने समितियों को जुलूस न निकालने और पूजा स्थल पर 50 कैपेसिटी के अनुसार 50 प्रतिशत आबादी के साथ पूजा करने का निर्देश दिया था.
परिणाम – जुलूस नहीं निकाला गया, पर पूजा स्थल में न किसी ने मास्क पहना था, न ही किसी तरह के सोशल डिस्टेंसिग का पालन हुआ.
जिला समाज कल्याण विभाग से संबंधित समीक्षा बैठक- बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं.
9 अप्रैल 2021
– कोई बैठक नहीं
10 अप्रैल 2021
- संयुक्त असैनिक सेवा प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा 2021 से संबंधित बैठक. परीक्षा में बैठक केदौरान कोविड 19 प्रोटोकॉल्स का पालन को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी और स्कूल संचालकों के साथ की गई चर्चा.
11 अप्रैल 2021 - सदर अस्पताल का निरीक्षण
- डीसी ने हॉस्पिटल को कोविड 19 हॉस्पिटल घोषित किया. पुलिस बल और मोजिस्ट्रेट का किया गया नियुक्ति.
परिणाम – हॉस्पिटल में विभिन्न जगहों पर पुलिस बल तैनात है. कोविड को लेकर व्यवस्थाएं में भी बढ़ोतरी की गई है. अगल से कोविड जांच केंद्र और लोगों की सुविधा के लिए बिल्डिंग के बाहर काउंटर की व्यवस्था की गई है.
- नगर निगम को हरमू मुक्तिधाम के शवदाह गृह को ठीक करने का निर्देश
परिणाम – चार दिन बीत जाने के बाद भा नहीं ठीक हुआ हरमू मुक्तिधाम का शवदाह गृह. प्रशासन भी पड़ रहा ढीला. - रांची शहर में चलाया जा रहा मास्क अभियान
जिला प्रशासन ने अभियान की शुरुआत 18 मार्च को की थी. इसके बाद सख्ती के तैर पर रांची शहर को छोटे-छोटे एरिया में बांटकर चेकिंग के लिए मेजिस्ट्रेट और पुलिस बल की नियुक्ति की गई थी, जिन्हें लगातार अपने-अपने एरिया में अभियान चलाना था. पर अभियान रह-रहकर चलाया जाता है. हर जगह भीड़-भाड़ पहले के तरह ही देखा जा सकता है. लोग बिना मास्क के तो घूम ही रहे हैं. सोशल डिस्टेंशिंग की भी धज्जियां उड़ी हुई है. डीसी खुद अपने आवास स्थान पर ही सोशल डिस्टेंशिंग का पालन नहीं करवा पा रहे हैं.
12 अप्रैल 2021
7. कोविड 19 की समीक्षा बैठक. बैठक में डीसी ने जांच केंद्रों, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, प्राइवेट और सरकारी हॉस्पिटलों में बेड की संख्या और मृत कोरोना मरीजों को दफनाने पर पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए थे.
परिणाम –
यहां हुए फेल – जांच केंद्रों पर जांच की व्यवस्था गुरुवार (15 अप्रैल) से थोड़ी ठीक हुई है. इससे पहले या तो मेडिकल टीम का आता-पता नहीं था या जांच केंद्र का. जांच रिपोर्ट में काफी देरी हो रही है. इसके कारण संक्रमण और तेजी से फैल रहा है. कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा.
यहां पास – वहीं प्राइवेट और सरकारी हॉस्पिटलों में बेड की संख्या पर प्रशासन लगातार नजर रखे हुए है और इसे बढ़ाने की व्यवस्था भी कर रहा है. इसके साथ ही मृत कोरोना मरीजों के अंतिम संस्कार के लिए प्रशासन ने घाघरा के पास स्वर्णरेखा घाट पर व्यवस्था की.
- इंसिडेंट कमाडर्स की समीक्षा बैठक. बैठक में डीसी ने इंसिडेंट कमांडर्स को अपने-अपने क्षेत्र के प्राइवेट हॉस्पिटलों में 50 प्रतिशत बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था.
- सामाजिक सुरक्षा की समीक्षा बैठक- बैठक की कोई जानकारी नहीं.
13 अप्रैल 2021
– 10. घाघरा स्थित स्वर्णरेखा घाट का डीसी ने किया निरीक्षण. हरमू मुक्तिधाम का शवदाह गृह के खराब होने के बाद प्रशासन ने घाघरा स्थित स्वर्णरेखा घाट पर मृत कोरोना मरीजों के दाह संस्कार की व्यवस्था की. डीसी ने कहा प्रशासन दाह संस्कार में वे किसी तरह की परेशीन नहीं आने देंगे.
निजी अस्पतालों में 50 प्रतिशत कोविड के लिए बेड आरक्षित करने में संबंध में बैठक. प्रशासन द्वारा लगातार आदेश देने के बाद भी कई हॉस्पिटल कोविड मरीजों के लिए 50 प्रतिशत बेड की व्यवस्था नहीं कर रहे था. इसकी जांच के दौरान प्रशासन ने मेडिका, मेदांता, सीसीएल गांधीनगर और सेवा सदन को नोटिस भेजा था.
14 अप्रैल 2021
कोरोना जांच के लिए 8 नए जांच केंद्रों की गई शुरुआत. केंद्रों पर मेडिकल टीम नियुक्त.
कोविड 19 डैशबोर्ड की हुई लॉचिंग- डैशबोर्ड के जरिए लोगों तक हॉस्पिटलों में बेड की व्यवस्था की भी जानकारी दिए जाने की बात कही गई थी. पर फिलहाल डैशबोर्ड में कुल संक्रमित मरीज, डिस्चार्ज हुए मरीजों, मृत मरीजों की जानकारी, वैक्सीनेशन से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध है. पर हॉस्पिटलों में बेड की जानकारी नहीं है.
प्राइवेट लैब संचालकों के साथ बैठक- डीसी ने प्राइवेड लैब संचालकों को जल्द से जल्द बैकलॉग क्लियर करने का निर्देश दिया. साथ ही क्षमता के अनुसार टेस्टिंग करने का भी निर्देश दिया है.
परिणाम – अभी भी हॉस्पिटलों में बैकलॉग चल ही रहा है.
रांची सदर हॉस्पिटल का निरीक्षण – सदर हॉस्पिटल को कोविड 19 हॉस्पिटल घोषित करने के बाद हॉस्पिटल की व्यवस्थों और नियुक्त किए गए इंसिडेंट कमांडर्स, डॉक्टर्स सहित अन्य अधिकारियों का जायजा लिया.
परिणाम – हॉस्पिटल में सुविधाएं पहले से बेहतर की गई हैं. हालांकि डीसी ने पहले सदर हॉस्पिटल को नई बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर पर 60 ऑक्सीजन बेड 12 अप्रैल तक तैयार करने का निर्देश दिया था. फ्लोर तो तैयार है, पर उसमें अभी भी बेड नहीं लगे हैं. वहां काम कर रहे लोगों से पूछने पर उन्होंने बताया कि इसमें अभी और 2 से 3 दिन का समय लगा सकता है.