Ranchi : कोरोना संक्रमण के दूसरे फेज में झारखंड की स्थिति काफी भयावह होती जा रही है. राज्य में कमोवेश हर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों व मृत्यु का आंकड़ा काफी बढ़ रहा है. इसमें रांची जिले की स्थिति काफी खराब है. औसतन 1400 के करीब संक्रमित मरीज पिछले पांच दिनों में केवल रांची में पाये गये हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी राजधानी की बिगड़ती स्थिति पर चिंता जता चुके हैं. लेकिन फिर भी रांची नगर निगम में जनप्रतिनिधि (मेयर आशा लकड़ा) व अधिकारियों के बीच विवाद खत्म नहीं हो रहा है.
संक्रमण से बिगड़ते हालत को देख निगम जनप्रतिनिधि व अधिकारी की ऑफलाइन बैठकें तो हो ही सकती हैं. लेकिन हो नहीं रहा. हालांकि निगम अपने स्तर पर राजधानी के सभी वार्डों को सेनेटाइज करने, सफाई रखने सहित नामकुम स्थित बड़ा घाघरा पुल में संक्रमित मरीजों के शव को जलाने का काम बखूबी निभा रहा है. लेकिन इस संकट की घड़ी में भी बैठक नहीं होना समझ से परे है.
पार्षद तो नहीं ही आए, अपर नगर आयुक्त ने भी बनायी दूरी
बता दें कि इस कोरोना संकट के दौर में भी मेयर के बुलाये स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में लगभग पार्षद सदस्यों व अधिकारियों ने आना उचित नहीं समझा. पार्षदों का कहना था कि उन्हें बैठक की जानकारी नहीं थी. लेकिन स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों में से एक ने बताया है कि बैठक की जानकारी सभी पार्षदों को थी. लेकिन अधिकांश पार्षद सदस्यों ने बैठक में जाना उचित नहीं समझा.
वहीं नगर आयुक्त ने भी अपनी निजी व्यस्तता के कारण बैठक के लिए अपर नगर आयुक्त को अधिकृत किया था. लेकिन उन्होंने भी संक्रमण और तबीयत खराब होने की बात कहकर बैठक से दूरी बनायी. बता दें कि शुक्रवार को रांची में 1410 कोरोना पॉज़िटिव मरीज मिले. कुल एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 10519 हो गई है. 300 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं. अलग-अलग अस्पतालों में 5 लोगों की मौत हुई. अब तक कुल 49671 पॉजिटिव केस आये हैं. जिसमें 38813 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं.
जिला प्रशासन के साथ मिलकर निगम कर रहा काम, अपनी बैठक को किया जा रहा इग्नोर
राजधानी में बढ़ते संक्रमण को देख अब जिला प्रशासन और निगम के साथ मिलकर काम करने का निर्णय लिया गया है. इसके तहत शहर में साफ सफाई की व्यवस्था को और बेहतर बनाने के साथ-साथ सभी संवेदनशील इलाके के सैनिटाइजेशन का कार्य युद्धस्तर पर करने का फैसला हुआ है. वर्तमान में जिले में संक्रमण को रोकने के लिए आला अधिकारियों की टीम काम कर रही है. वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या संक्रमण के बढ़ते रफ्तार को रोकने की है. इसके लिए शहर में भीड़ को रोकने के साथ मास्क के इस्तेमाल को हर हाल में सुनिश्चित कराने पर जोर है.
अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने से लेकर श्मशान और कब्रिस्तान में शवों के अंतिम संस्कार में आ रही परेशानी को मिल कर दूर करने के लिए अधिकारियों की टीम लगातार.. बैठक कर रही हैं.
निरीक्षण का दौर जारी है. लेकिन निगम में अपनी किसी तरह की कोई बैठक नहीं हो रही है. एक तरह से बैठक को इग्नोर किया जा रहा है. ऐसे में आपसी सामंजस्य की कमी भी हो सकती है.