Ranchi: मुंबई से हटिया स्टेशन में आयी स्पेशल ट्रेन के यात्रियों की जांच रविवार को भी अधूरी रही. ट्रेन में केवल पांच कोच के यात्रियों की जांच हो सकी. इसके बाद के कोच से आए यात्रियों की जांच नहीं की गई. सभी यात्री बिना जांच के ही स्टेशन से बाहर निकल कर राज्य के विभिन्न स्थानों के लिए रवाना हो गए.
इस ट्रेन में पांच कोच से तकरीबन 740 यात्रियों की ही जांच हुई. जबकि आधे से अधिक यात्रियों की जांच हुई ही नहीं. यह सभी यात्री रांची समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों के रहनेवाले हैं.
प्रशासन के आग्रह पर रेलवे ने लेट किया ट्रेन
ट्रेन से आए लोगों में कई महिला श्रमिक भी शामिल थीं. ट्रेन सुबह में आठ बजे रांची स्टेशन पहुंची. यह अपने निर्धारित समय से चार घंटे की देरी से हटिया पहुंची. इस ट्रेन में 15 सौ से भी अधिक यात्री सवार थे. प्रशासन के आग्रह पर ही इस ट्रेन को लेट किया गया था. अहले सुबह ट्रेन आने पर जांच की व्यवस्था गड़बड़ा सकती थी. इसलिए ट्रेन लेट से आयी. बावजूद इसके हटिया स्टेशन पर सभी यात्रियों की कोरोना संक्रमण को जांचने में व्यवस्था असफल रही.
महज 5 कोच के यात्रियों की हुई जांच
यात्रियों की भीड़ को देखते हुए जांच कर्मियों ने तेजी से इसकी प्रक्रिया शुरू भी की लेकिन तीन घंटे तक पांच कोच के यात्रियों की जांच ही पूरी हो पायी. यात्रियों की जांच की संख्या को लेकर भी यहां दिन के एक बजे तक पेशोपश की स्थिति बनी रही. स्टेशन पर तैनात एक अधिकारी के अनुसार 740 बताया गया. लेकिन वहां तैनात पुलिसकर्मियों के अनुसार जांच इससे भी कम हुई है.
व्यवस्था के बावजूद स्टेशन के बाहर निकलने के दौरान यात्रियों ने कोरोना नियमों का भी उल्लंघन किया. हटिया स्टेशन पर तीन दिन पहले भी मुंबई और सूरत से आयी ट्रेनों में कोरोना संक्रमण की जांच पूरी नहीं हुई थी. दोनों शहरों से आये तीन हजार से अधिक यात्रियों में मुश्किल से हजार यात्रियों की जांच हुई. इसके बाद बिना जांच ही ट्रेनों के यात्रियों को छोड़ दिया गया.