Ranchi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 लाख युवाओं के लिए भर्ती अभियान कार्यक्रम की शुरूवात की. इस दौरान रोजगार मेला के तहत करीब 71,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया गया. रांची में केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने दरभंगा हाउस में इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर शिरकत की, और राज्य के 219 नवनियुक्त युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे. पीएम नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सरकारी विभागों और संगठनों में नयी भर्ती किए गए युवाओं के साथ बात की. पीएम ने इस अवसर पर युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार जो कहती है वो करती है, और ये रोजगार मेला इसी का एक बड़ा उदाहरण है.
पीएम ने कहा कि 70 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार देने की केवल हमने बात नहीं की, बल्कि करके भी दिखाया है. देश भर से चयनित युवाओं को केंद्र सरकार की नौकरियों में जूनियर इंजीनियर, लोको पायलट, तकनीशियन, निरीक्षक, उप निरीक्षक, कांस्टेबल, स्टेनोग्राफर, जूनियर एकाउंटेंट, ग्रामीण डाक सेवक, आयकर निरीक्षक, शिक्षक, नर्स, डॉक्टर, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी, पीए, एमटीएस जैसे विभिन्न पदों पर तैनाती दी जाएगी.
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केंद्र सरकार के द्वारा पिछले साल 22 अक्टूबर को 10 लाख लोगों की भर्ती के लिए “रोजगार मेला” शुरू किया था और ये इसकी तीसरी कड़ी थी .केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि देश में बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या है. खास करके झारखंड जैसे राज्यों में बेरोजगारी की वजह से लोग पलायन करने को मजबूर हैं. इसे लेकर हमारी सरकार काफी गंभीर है. इसी समस्या को देखते हुए वो युवाओं के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण कर रहे हैं, और आगे भी करेंगे. इस दौरान झारखंड जैसे राज्यों में बेरोजगारी को कैसे कम किया जाए, जिससे कि पलायन न हो इसपर भी काम किया जा रहा है.
उत्पाद निरीक्षक के रूप में नियुक्ति पत्र पाये कुंदन का कहना था कि इससे युवाओं को काफी प्रोत्साहन मिला है, और अब काफी सरलता और पारदर्शिता के साथ नियुक्ति की प्रक्रिया हो रही है. इसके लिए प्रधानमंत्री धन्यवाद के पात्र हैं. वहीं गौरव का कहना था कि केंद्र सरकार की ये योजना युवाओं के लिए काफी लाभकारी है, और इसका लाभ ज्यादा से ज्यादा युवाओं को लेना चाहिए. इस मौके पर सीसीएल समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी और युवा मौजूद रहे.
कार्यक्रम के बाद पशुपति कुमार पारस ने झारखंड सरकार के काम-काज पर असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि ये सरकार विकास के काम में सार्थक साबित नहीं हुई है. यहां के मुख्यमंत्री से लेकर अधिकरी तक घोटाले में लिप्त हैं, और उनपर ईडी की जांच चल रही है. ये झारखंड के लिए अच्छा संकेत नहीं है.
पारस ने कहा कि 2024 के चुनाव में देश की जनता तीसरी बार प्रधानमंत्री मोदी को जनादेश देगी. क्योंकि नरेंद्र मोदी देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के सर्वमान्य नेता हैं. विपक्ष में प्रधानमंत्री पद को लेकर एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति है. तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनने के चक्कर में नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट कर रहे हैं, लेकिन न तो नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने वाले हैं, और ना ही तेजस्वी मुख्यमंत्री. पहले तेजस्वी ये तो फैसला कर लें कि वे प्रधानमंत्री के रूप में राहुल गांधी और नीतीश कुमार दोनों में से किसे देखते हैं.
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बिहार में राजद और जदयू के गठबंधन को बेमेल गठबंधन बताते हुए पारस ने कहा कि बिहार की जनता ने एनडीए को जनादेश दिया था, लकिन नीतीश कुमार ने विश्वास तोड़ दिया. बिहार सरकार में पांच महीने में तीन विकेट गिरे और जीरो रन बना, पहले कानून मंत्री का इस्तीफा हुआ, फिर कृषि मंत्री का इस्तीफा हुआ और अब शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की नौबत आ गयी है.
शिक्षा मंत्री के रामचरित मानस पर दिए गये बयान पर उन्होंने कहा कि उन्हें देश की संस्कृति, रामायण और महाभारत की जानकारी नहीं है. मुख्यमंत्री को उन्हे तुरंत बर्खास्त करना चाहिए.
आगामी चुनाव में चिराग पासवान के साथ चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि इसे समय पर छोड़ देना चाहिए. क्योंकि व्यक्ति नहीं समय बलवान होता है. अगर वे एनडीए में शामिल होते हैं, तो उन्हे खुशी होगी.