समय और पैसे की बचत होती है साथ ही मुकदमों का बोझ कम होता है
Koderma: कोडरमा के व्यवहार न्यायालय में शनिवार को वर्चुअल मासिक लोक अदालत का आयोजन किया गया. इस मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विरेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि लोक अदालत शीघ्र, सस्ता और सुलभ न्याय प्रदान करने का सशक्त माध्यम है. लोक अदालत में बढ़ रही भीड़ आमलोगों के बीच इसकी लोकप्रिय को दर्शाता है.
उन्होंने कहा कि लोक अदालत आमलोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है. इस फैसले में दोनों पक्षों की जीत होती है. यह दोनों पक्षों को संतुष्ट करता है. कोई पक्ष इसे थोपा हुआ महसूस नहीं करता है. लोक अदालत में दिए गए निर्णय के विरुद्ध कहीं भी कोई अपील नहीं होती. लोक अदालत का निर्णय अंतिम निर्णय होता है. कहा कि लोक अदालत में जहां एक ओर लोगों के समय और पैसे की बचत होती है वहीं दूसरी ओर न्यायालय से मुकदमों का बोझ कम होता है.
दो बेंचों का गठन
इस लोक अदालत में कुल दो बेंचों का गठन किया गया है. बेंच संख्या एक में जिला जज द्वितीय संजय कुमार सिंह और स्थायी लोक अदालत के सदस्य ब्रज मोहन साह ने मामले की सनुवाई की. वहीं बेंच संख्या दो में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शेखर कुमार और स्थायी लोक अदालत के सदस्य बालेश्वर राम ने मामले की सुनवाई की. लोक अदालत में दो बेंचो के माध्यम से कुल 46 मामलों का निबटारा किया गया. इस दौरान विभिन्न विभागों से कुल 4200 रुपये राजस्व की वसूली भी की गई. इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव लूसी सोसेन तिग्गा और एसडीजेएम राजीव कुमार सिंह समेत कई अधिकारी और न्यायालयकर्मी मौजूद थे.
न्यायलय परिसर में वार रूम स्थापित
बता दें कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार कोडरमा द्वारा जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए व्यवहार न्यायलय परिसर स्थित जिला न्याय सदन में एक वार रूम स्थापित किया गया है. इस वार रूम से कोरोना से संबंधित जानकारी के साथ-साथ राहत कार्यों में मदद किया जा रहा है. इस वार रूम में प्रतिदिन सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक पारा लीगल वोलंटियर लोगों की मदद के लिए रहते हैं. इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है. वार रूम कोडरमा का हेल्पलाइन नंबर 6200937857 है. इसपर संपर्क स्थापित कर किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त की जा सकती है.