Ranchi : झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्राें में बनाये जा रहे फोर्टिफाइड पुलिस स्टेशनों के निर्माण कार्य में तेजी आयेगी. फोर्टिफाइड पुलिस स्टेशनों के ससमय निर्माण और प्रगति के मूल्यांकन के लिए गृह कारा आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय स्टेट लेवल कमिटी का गठन किया गया है. इस कमेटी में अध्यक्ष के अलावा वित्त विभाग के प्रधान सचिव, एडीजी आधुनिकीकरण ,आईजी प्रोविजन, आईजी अभियान और मुख्य अभियंता झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड शामिल हैं. (पढ़ें, नाबालिग बच्ची हत्याकांड : डेढ़ माह बाद भी धनबाद पुलिस ने नहीं की कार्रवाई, सीआईडी ने दिया जांच का आदेश)
जेपीएससीएल करा रही फोर्टिफाइड पुलिस स्टेशनों का निर्माण
झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (जेपीएससीएल) द्वारा फोर्टिफाइड पुलिस स्टेशनों का निर्माण किया जा रहा है. इनमें कई ऐसे पुलिस स्टेशन हैं, जिनका निर्माण कार्य अंतिम चरण पर है. पुलिस स्टेशन की फिनिशिंग का काम चल रहा है. इनका कार्य जल्द पूरा कर इन्हें झारखंड पुलिस को साैंप दिया जायेगा. जबकि ऐसे 32 पुलिस स्टेशन पूर्व में ही झारखंड पुलिस काे साैंपे जा चुके हैं. कुल 54 फोर्टिफाइड पुलिस स्टेशन बनाना है.
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क्या है फोर्टिफाइड पुलिस स्टेशन
फोर्टिफाइड पुलिस स्टेशन खासकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बनता है. फोर्टिफाइड का अर्थ किलानुमा यानी ऐसा पुलिस स्टेशन, जिस पर नक्सली या अपराधी चाह कर भी हमला नहीं कर पाएं. जिसकी घेराबंदी किले की तरह होती है. यहां संतरी पोस्ट से लेकर सुरक्षा के तमाम उपाय मजबूत होते हैं, जिससे थाना भवन हर तरह से सुरक्षित होता है. स्पेशल इंफ्रास्ट्रक्चर स्कीम के तहत फोर्टिफाइड पुलिस स्टेशन के निर्माण में राज्य सरकार जहां 40 फीसदी राशि खर्च करती है. वहीं केंद्र सरकार 60 फीसदी राशि देती है.
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