Ranchi : रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ हीरेंद्र बिरुआ ने संजय कुमार तिवारी पर बरियातू थाना में एफआईआर दर्ज कराया है. संजय ने रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के नाम पर फर्जी कोविड जांच रिपोर्ट प्रस्तुत किया था. जिसका लैब आईडी 19nCov/8L36068 और एसआरएफ आईडी 2033902753189 है. इस आईडी संख्या को रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के विभागध्यक्ष द्वारा फर्जी बताया गया है. साथ ही किसी व्यक्ति ने गलत ढंग से एतवा टोप्पो के व्यक्तिगत डाटा को आईसीएमआर के पोर्टल पर अपलोड कर डाउनलोड रिपोर्ट पर फर्जी हस्ताक्षर किया है. (पढ़ें, रांची: छह अप्रैल को डीजीपी अजय कुमार करेंगे लंबित कांडों की समीक्षा)
100 करोड़ के मिड डे मील घोटाला का मुख्य आरोपी है संजय तिवारी
बता दें कि संजय तिवारी 100 करोड़ के मिड डे मील घोटाला का मुख्य आरोपी है. ईडी ने शनिवार को संजय तिवारी के ठिकाने पर छापेमारी की थी. संजय कुमार तिवारी भानु कंस्ट्रक्शन का संचालक है. ईडी ने उसे पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा था, लेकिन वह जमानत पर बाहर आ गया था और उसके बाद से ही फरार है. PMLA की विशेष कोर्ट ने शुक्रवार को उसके खिलाफ वारंट जारी किया था. जिसके बाद अब ईडी ने कोर्ट से वारंट ले लिया है. वारंट मिलने के बाद अब एजेंसी संजय तिवारी की गिरफ्तार कर सकती है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने संजय तिवारी को प्रोविजनल बेल दी थी. जिसकी अवधि खत्म हो गयी है. जमानत की अवधि खत्म होने के बाद भी संजय तिवारी ने कोर्ट के समक्ष सरेंडर नहीं किया है.
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गौरतलब है कि मिड डे मील के करीब 100 करोड़ एसबीआई धुर्वा ब्रांच से भानू कंस्ट्रक्शन के 34 खातों में अवैध तरीके से स्थानांतरित कर दिये गये थे. इसे लेकर पहले धुर्वा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. बाद में मामले की जांच सीबीआई ने अपने हाथ ले ली. वर्ष 2021 में ईडी ने कांड संख्या ECIR 3/2021 दर्ज कर केस को अपने अधीन ले लिया. संजय तिवारी के साथ राजू वर्मा और सुरेश कुमार भी इस केस में अभियुक्त हैं.
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