Dhanbad : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय, धनबाद में बीएड कॉलेज व विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच टशन में विद्यार्थी पिस रहे हैं. यह आरोप हाल के दिनों में बीएड सेमेस्टर टू में फेल विद्यार्थियों ने लगाया है. इस मामले को लेकर विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय का घेराव किया और सड़क जाम कर शहर को अस्त-व्यस्त कर दिया था. बीएड छात्रों का विवि के खिलाफ आंदोलन का यह मामला नया नहीं है. इससे पहले भी फीस वृद्धि, स्कॉलरशिप, फेल होने, ज्यादा परीक्षा फ़ीस वसूलने जैसे मामले को लेकर छात्र-छात्राएं आंदोलनरत रहे हैं.
अप्रैल 2022 में रिजल्ट रोकने पर किया था हंगामा
बीएड सत्र 2019-21 के विद्यार्थियों ने अप्रैल 2022 में कॉलेजों पर रिजल्ट रोकने का आरोप लगाते हुए विश्वविद्यालय में हंगामा किया था. उनका आरोप था कि कॉलेज प्रबंधन उनसे शुल्क के अलावा अतिरिक्त 30 हज़ार रुपए मांग रहे हैं. इस मामले में विवि के बीएड ग्रीवांस सेल ने बैठक कर बीएड कॉलेजों को फटकार लगाई थी. हालांकि विद्यार्थियों का यह आंदोलन भी लगभग 15 दिनों तक चला था.
5 माह चला 30 हज़ार फीस बढ़ोतरी का मामला
विवि प्रशासन द्वारा बीएड की फीस में एकमुश्त 30 हज़ार रुपए बढ़ोतरी करने के विरोध में सितंबर 2022 में विद्यार्थियों ने आंदोलन शुरू किया था, जो इस साल जनवरी तक चला. इससे विद्यार्थी, कॉलेज और विवि प्रशासन लगभग पांच महीने तक अस्त-व्यस्त रहा.
परीक्षा शुल्क के नाम पर 5 हज़ार रुपए वसूलने का आरोप
बीबीएमकेयू के अंतर्गत आने वाले सभी प्राइवेट बीएड कॉलेजों में परीक्षा शुल्क 2050 रुपया के बदले 5 हज़ार वसूला जाता है. इसके विरोध में प्रत्येक सत्र के विद्यार्थी विवि पहुंचकर धरना-प्रदर्शन करते रहे हैं. बीते अक्टूबर में भी विद्यार्थियों ने आंदोलन किया था.
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पिछले साल लेट सेशन को लेकर किया हंगामा
बीएड के विद्यार्थियों ने लेट सेशन को लेकर भी नवंबर और दिसंबर 2022 में हंगामा किया था. विद्यार्थियों का कहना था कि राज्य के अन्य बीएड कॉलेजों में सेशन पूरा हो चुका है, जबकि उनका सेशन छह माह लेट है. ऐसे में वे शिक्षक नियुक्ति के लिए निकलने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में नहीं बैठ पाएंगे.
कभी प्रोमोट करने तो कभी स्कॉलरशिप पर जिच
बीएड सत्र 2020-22 के सेमेस्टर वन के विद्यार्थियों का कोरोना काल में लेट एडमिशन हुआ था. इस वजह से उनकी कक्षाएं पूरी नहीं हुईं. जिसके कारण इन विद्यार्थियों ने सेमेस्टर वन की परीक्षा से राहत देकर सीधे प्रमोट करने की मांग को लेकर अक्टूबर 2022 में हंगामा किया था. बाद में परीक्षा नहीं होने और सेमेस्टर वन का रिजल्ट नहीं मिलने के कारण स्कॉलरशिप रुकने का हवाला देते हुए भी विद्यार्थी विश्वविद्यालय पहुंचे थे.
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