Putki : पुटकी (Putki) कुसुंडा केडीएस के व केडीएस टू रेलवे साइडिंग में बुधवार 5 अप्रैल को ट्रांसपोर्टिंग व रैक लोडिंग पर वर्चस्व कायम करने को लेकर सिंह मेंशन व रघुकुल समर्थक आमने सामने आ गए. दोनों के समर्थक एक दूसरे को भिड़ने को तैयार हो गए. करीब साढ़े तीन घंटे तक दोनों पक्षों के समर्थक एक दूसरे के सामने डटे रहे, जिससे खूनी टकराव की नौबत आ गई. रघुकुल समर्थक एक युवक को धक्का देने के बाद स्थिति और बिगड़ गई. मौके की नजाकत को देखते हुए कुसुंडा एरिया की सीआईएसएफ व केंदुआडीह पुलिस पहुंच गई. थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह ने सूझबूझ दिखाते हुए एक दूसरे से लड़ने को तैयार युवकों को हटाया.
बगैर क्रश किया कोयला लोडिंग करने का विरोध
सुबह साढ़े नौ बजे सिंह मेंशन समर्थक मजदूर बकाया वेतन व नियमित काम को लेकर साइडिंग में आंदोलन पर उतर आए. इसी बीच रैक लोडिंग के लिए एस टी जी के दो पेलोडर साइडिंग में घुस गए, जिससे तनाव बढ़ गया. साइडिंग में कोल ट्रांसपोर्टिंग व 33 लाख टन कोयला की रैक लोडिंग का काम हिंदुस्तान कम्पनी को, जबकि 44 लाख टन क्रशिंग कोयले की रैक लोडिंग का काम एसजीटी को मिला है. इधर एक माह से क्रशर मशीन बंद कर बीसीसीएल सीधे बड़ा बड़ा कोयला रैक में लोड करा रहा था. दोनों ट्रांसपोर्ट कम्पनी पर मजदूरों का बकाया वेतन व नियमित काम नहीं देने का आरोप है. इसी मसले को लेकर लोग आंदोलन पर उतारू हो गए थे.
साढ़े तीन घंटे ठप रही ट्रांपोर्टिंग व रैक लोडिंग
हंगामा के कारण सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर एक बजे तक ट्रांसपोर्टिंग व रैक में कोयला की लोडिंग ठप रही. दोपहर एक बजे रैक लोडिंग की प्रक्रिया शुरू हुई. सिंह मेंशन समर्थित जमसं के युवक कोयला को बिना क्रश किये रैक लोडिंग करने का विरोध कर रहे थे. बाद में प्रबंधन ने कोयला क्रश करने के बाद ही रैक पर लोडिंग करने की बात स्वीकारी. जीएम ऑफिस में बैठक हुई, जिसमें बातचीत के बाद काम चालू हुआ.
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