Kiriburu (Shailesh Singh) : छोटानागरा पंचायत के जोजोगुटू गांव में सारंडा पीढ़ के मानकी लागुड़ा देवगम, मुखिया मुन्नी देवगम एवं मुंडा कानूराम देवगम की संयुक्त अध्यक्षता में शुक्रवार को विशेष ग्राम सभा की बैठक हुई. इस बैठक में छोटानागरा पंचायत के विभिन्न गांवों के मुंडा व ग्रामीण शामिल हुये. बैठक में आक्रोश जाहिर किया गया कि छोटानागरा पंचायत के सभी गांव विभिन्न खदानों से प्रभावित हैं. ऐसे गांवों का सर्वांगीण विकास हेतु सरकार ने डीएमएफटी फंड वर्षों से बना रखा है. इसके बावजूद सारंडा के किसी भी गांव का विकास डीएमएफटी फंड अथवा अन्य निधि से नहीं हो रहा है. विकास कार्य डीएमएफटी निधि या अन्य योजनाओं से नहीं होने पर ग्रामीण आंदोलन करेंगे.
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सारंडा के लोग बेहतर सड़क, शुद्ध पेयजल, शिक्षा से वंचित
सारंडा के विभिन्न गांवों के ग्रामीण बेहतर सड़क, यातायात, शुद्ध पेयजल, बेहतर शिक्षा व चिकित्सा, संचार, रोजगार आदि तमाम सुविधाओं से वंचित हैं. बैठक में कहा गया कि सारंडा में संचालित मनरेगा योजनाओं में भारी लूट व भ्रष्टाचार व्याप्त है. इसकी उच्च स्तरीय जांच होने से चौंकाने वाला भ्रष्टाचार सामने आयेगा. मनरेगा योजनाओं में मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी व पर्याप्त रोजगार तक नहीं मिल रहा है. सारंडा स्थित मनोहरपुर प्रखंड के 6 पंचायतों के 56 गांवों में पीएम आवास योजना तक का लाभ गरीब ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है.
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इंदिरा आवास भी नहीं हो रही आवंटित
इंदिरा आवास भी आवंटित नहीं हो रही है. खदानों से दर्जनों गांव प्रभावित होने के बावजूद यहां के शिक्षित बेरोजगारों को आसपास के खदानों में चतुर्थ श्रेणी की नौकरी व सप्लाई मजदूर में भी खदान प्रबंधन विशेष प्राथमिक नहीं दे रही है. इन सब समस्याओं का समाधान के लिए जन प्रतिनिधि व सरकार भी मौन है. सारंडा की जनता आगामी चुनाव में मुर्गा, शराब व हड़िया के बजाय जनप्रतिनिधियों के विकास कार्यों व जनता से सम्पर्क का आंकलन कर ही वोट देगी. बैठक में उप मुखिया रमेश हांसदा, मुंडा विनोद बारिक, सुशेन गोप, मुंडा चिंतामणी चाम्पिया, मुंडा जामदेव चाम्पिया, मुंडा पिरती सुरीन, राजेश सांडिल, बामिया माझी, गोमा चाम्पिया, गुरा मुर्मू, सोनाराम माझी आदि दर्जनों महिला व पुरुष उपस्थित थे. नौकरी व सप्लाई मजदूर में भी खदान प्रबंधन विशेष प्राथमिक नहीं दे रही है. इन सब समस्याओं का समाधान के लिए जन प्रतिनिधि व सरकार भी मौन है. सारंडा की जनता आगामी चुनाव में मुर्गा, शराब व हड़िया के बजाय जनप्रतिनिधियों के विकास कार्यों व जनता से सम्पर्क का आंकलन कर ही वोट देगी.
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युद्ध स्तर पर हो समस्याओं का समाधान
ग्रामीणों ने कहा कि अगर उक्त समस्याओं का समाधान युद्ध स्तर पर सारंडा के गांवों में डीएमएफटी निधि या अन्य योजनाओं से प्रारम्भ नहीं किया गया तो जल्द ही ग्रामीण आंदोलन को बाध्य होंगे. बैठक में उप मुखिया रमेश हांसदा, मुंडा विनोद बारिक, सुशेन गोप, मुंडा चिंतामणी चाम्पिया, मुंडा जामदेव चाम्पिया, मुंडा पिरती सुरीन, राजेश सांडिल, बामिया माझी, गोमा चाम्पिया, गुरा मुर्मू, सोनाराम माझी आदि दर्जनों महिला व पुरुष उपस्थित थे.
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