Ranchi: देशभर के प्रमुख सात ट्रेड यूनियनों ने 26 नवंबर को हडताल आहूत किया है। इसे देखते हुए सीसीएल, एचईसी, बीसीसीएल आदि पीएसयू ने 26 नवंबर को कार्य पर नहीं आने वाले कर्मचारियों को अल्टीमेटम दे दिया है. पीएसयू कंपनियों के प्रबंधन ने अपने कर्मियों से हड़ताल पर नहीं जाने की अपील की है.
सीसीएल प्रबंधन ने पत्र जारी कर कहा है कि वार्षिक लक्ष्य 86 मिलियन कोयला उत्पादन का है. कोयले से देश की ऊर्जा को गति मिलती है. हड़ताल से कोयला उत्पादन पर बुरा असर पड़ेगा. इसका नुकसान देश के साथ मजदूर वर्ग को भी उठाना पड़ेगा.
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क्या है सीसीएल के पत्र में
सीसीएल के पत्र में कहा गया है कि औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 की धारा 2 खंड (ढ़) के प्रावधानों के अनुसार कोयला उद्योग को लोक उपयोगी सेवा घोषित की गई है.ऐसे में किसी भी प्रकार की हड़ताल गैर कानूनी है. इसमें भाग लेने की स्थिति में काम नहीं तो वेतन नहीं लागू होगा.
हडताल में कई संस्थान होंगे शामिल
इस हड़ताल में रेलवे, बैंकिंग सेक्टर, बीमा सेक्टर और स्टील सेक्टर के साथ सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) से जुड़े मजदूर किसान हड़ताल में शामिल होंगे.
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