Bokaro : दिल्ली पब्लिक स्कूल चास के छात्र-छात्राओं ने 3 विभिन्न ओलंपियाडों में 72 स्वर्ण, 20 रजत और 17 कांस्य पदक जीतकर नया इतिहास रचा है. सिल्वर जोन, हमिंग बर्ड और साइंस ओलंपियाड के विजेताओं को मंगलवार 11 अप्रैल को डीपीएस चास के स्पेशल एसेंबली में कार्यवाहक प्राचार्या दीपाली भुस्कुटे ने मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. 5वीं कक्षा के छात्र दक्षेश गोस्वामी ने सबसे ज्यादा 8 गोल्ड और 1 सिल्वर मेडल लेकर सबकी वाहवाही बटोरी. तालियों की गड़गड़ाहट के साथ सभी विजेता विद्याथिर्यों को प्रोत्साहित किया गया.
बच्चों को बधाई देते हुए स्कूल की चीफ मेंटर डॉ.हेमलता एस. मोहन ने कहा कि डीपीएस चास पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कटिबद्ध है. कहा कि सभी छात्रों में सफलता हासिल करने की क्षमता होती है. निरंतर अभ्यास और कड़ी मेहनत से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है.
इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल गीत के साथ किया गया. सिल्वर जोन इंग्लिश ओलंपियाड में कुल 15 विद्यार्थियों ने भाग लिया. इनमें 6 विद्यार्थियों ने गोल्ड, 5 ने सिल्वर व 4 ने ब्रांज मेडल प्राप्त किया. प्रतियोगिता में गोल्ड जीतने वालों में अंशरिथ रंजन, आशना सरोज, पवन कुमार, दक्षेश गोस्वामी, अनीश कुमार सिंह के नाम शामिल हैं. वहीं सिल्वर जोन साइंस ओलंपियाड में 16 विद्यार्थियों ने भाग लिया. इनमें 6 विद्यार्थियों ने गोल्ड, 5 ने सिल्वर और 5 ने ब्रांज मेडल हासिल किया. साइंस में गोल्ड लाने वाले विद्यार्थियों में आशना सरोज, अन्विता नंदन, पवन कुमार, दक्षेश गोस्वामी, संपत चटोपाध्याय, कृष्णांग के नाम शामिल है.
वहीं, सिल्वर जोन कंप्यूटर ओलंपियाड में 12 विद्यार्थियों ने भाग लिया. इसमें 3 विद्यार्थियों ने गोल्ड, 5 ने सिल्वर और 4 ने ब्रांज मेडल प्राप्त किया. इसमें गोल्ड लाने वालों में अन्विता नंदन, दक्षेश गोस्वामी, कृष्णांग के नाम शामिल है. इधर साइंस व जीके ओलंपियाड में 47 विद्यार्थियों ने गोल्ड मेडल प्राप्त किया. इनमें आदित्य, ऋतु रानी, रेहान सिद्दीकी, अदिति महतो सहित अन्य के नाम शामिल है.
कार्यक्रम का संचालन 8ए कक्षा की छात्रा निकिता मिश्रा ने किया. छात्रा रानी कुमारी ने थॉट ऑफ द डे और अनन्या ने न्यूज ऑफ द डे सुनाकर सभी की सराहना पाई. कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने बैसाखी पर्व पर कविता सुनाई. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ.
यह भी पढ़ें : बोकारो : डालमिया प्रबंधन ने ग्रामीणों के प्रदर्शन को बताया समझौते का उल्लंघन