Ranchi: कोल ट्रांसपोर्टिंग से जुड़ी कोलकाता की कंपनी गोदावरी ने यह साफ किया है कि ललितपुर पावर कंपनी की कोयले की ट्रांसपोर्टिंग में रांची का कोई भी ट्रांसपोर्टर नहीं जुड़ा हुआ है. कंपनी के एक अधिकारी ने बताया है कि ललितपुर पावर के लिए 44000 टन कोयला की ढ़ुलाई रैक के जरिये होनी है. यह काम गोदावरी कंपनी ने लिया है. कोयले की ढ़ुलाई चतरा के पिपरवार स्थित अशोका कोल परियोजना से होनी है. वहां से कोयला को राजगढ़ साइडिंग पर ट्रांसपोर्ट करना और फिर साइडिंग पर रैक लोडिंग का काम है. रैक लोडिंग का काम कंपनी खुद कर रही है. जबकि ट्रांसपोर्टिंग का काम हजारीबाग की कंपनी जयनंदनी को दिया गया है.
टीपीसी के लोगों ने काम को बाधित किया था
वहीं जयनंदनी कंपनी ने जब ट्रांसपोर्टिंग का काम शुरु किया था. तब टीपीसी से जुड़े लोगों ने काम को बाधित किया था. जिसकी शिकायत पुलिस से की गयी थी. पुलिस की मदद से दुबारा काम शुरु किया गया है. उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों लगातार.इन पर एक खबर प्रकाशित हुआ था, जिसमें गोदावरी कंपनी के द्वारा रांची की ट्रांसपोर्ट कंपनी को काम दिये जाने का जिक्र किया गया था. गोदावरी ने उस खबर को गलत बताते हुए कहा है कि ललितपुर पावर के कोयले की ट्रांसपोर्टिंग का काम रांची के किसी भी ट्रांसपोर्टर को नहीं दिया गया है.