Kiriburu (Shailesh Singh) : नक्सल प्रभावित सारंडा एवं कोल्हान सीमावर्ती अगरवां गांव के समीप जंगल में गांव के लोगों ने एक युवक की जमकर पिटाई कर दी. इससे युवक गंभीर रुप से घायल हो गया. घटना की सूचना पाकर गुवा थाना प्रभारी घटनास्थल पर जाकर घायल को उठा कर सेल की गुवा अस्पताल में भर्ती कराया. घायल युवक नेपाल का दिख रहा है तथा बेहोश है. उक्त युवक के साथ मौजूद दो अन्य युवक घटनास्थल से जंगल का लाभ उठाकर भागने में सफल रहे, जिनकी तलाश ग्रामीण कर रहे हैं.
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तीन युवकों ने की थी एक ग्रामीण की पिटाई
मिली जानकारी के अनुसार एक सप्ताह पूर्व बियुबेड़ा गांव निवासी बोटलो कोड़ा को तीन लोगों ने गांव के समीप जोजोउली जंगल में महुवा चुनने के दौरान पकड़ कर जमकर पिटाई कर दी थी. इसके बाद उसे अधमरा छोड़कर फरार हो गए थे. बाद में गुवा पुलिस ने घायल बोटलो कोड़ा को गुवा अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया था. इस घटना से पूर्व तीन युवकों ने उक्त जंगल में पत्ता तोड़ने गई अगरवां गांव की कुछ महिलाओं को भी दौड़ाया था. इन दोनों घटनाओं के बाद अगरवां, बियुबेड़ा, बुंडू आदि गांवों के ग्रामीण इन तीनों युवकों को पकड़ कर सबक सिखाने की तैयारी में थे. इसी दौरान शुक्रवार को तीनों युवकों पर ग्रामीणों की नजर पड़ी. ग्रामीणों ने खदेड़ कर इनमें से एक को पकड़ लिया और उसके हाथ-पैर बांध कर पिटाई कर दी. ग्रामीणों के अनुसार घायल बोटलो कोड़ा से मारपीट की घटना में पकड़ा गया युवक भी शामिल था.
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पुलिस होश में आने का कर रही इंतजार
पूछताछ में पकड़े गए नेपाली युवक ने ग्रामीणों को बताया कि वह दिल्ली से आया है. ग्रामीणों ने जब उससे पूछा कि अगरवां क्षेत्र का जंगल घोर नक्सल प्रभावित है जहां नक्सलियों के भय से बाहरी व स्थानीय लोगों के अलावे पुलिस-प्रशासन भी आना जाना नहीं के बराबर करती है. ऐसे में दिल्ली से इस जंगल होते लोग कहां जाना चाह रहे थे. अगर जा भी रहे थे तो जंगल में कई दिनों तक रुक कर यहां के ग्रामीणों व महिलाओं के साथ मारपीट क्यों कर रहे थे. साथ में दो अन्य युवक कौन थे जो जंगल में भाग गए. पुलिस नेपाली युवक के होश में आने का इंतजार कर रही है ताकि उससे पूछताछ कर सच्चाई का पता लगा जा सके.
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