Pramod Upadhyay
Hazaribagh : वर्ष 2018 में कदमा पंचायत को नगर निगम के अधीन वार्ड-23 में शामिल कर लिया गया. अब नगर निगम का कार्यकाल पूरा हो चुका है. ऐसे में कदमा, कस्तूरीखाप आदि के लोगों का कहना है कि दो साल कोरोना में गुजर गए. उसके बाद दो साल से इंतजार करते रहे. अब नगर निगम का कार्यकाल भी पूरा हो गया, लेकिन आधे-अधूरे सरकारी आवास का आकार नहीं बदला. पीएम आवास में प्रवेश का उनका सपना अधूरा रह गया.
कस्तूरीखाप हरिजन टोला के लोगों की व्यथा
कस्तूरी खाप स्थित हरिजन मुहल्ला निवासी सोनू राम, किशन राम, भोला राम, विक्रम राम, नागेंद्र राम, मोहन राम, कपिल राम, फगुनी मसोमात, पाझी देवी आदि ने बताया कि उनके मुहल्ले की अनदेखी की गई. हरिजन मोहल्ले में एक भी लाइट नहीं लगाई गई. यहां तक कि गली में एक भी बिजली का खंभा नहीं दिया गया. पेयजल की भी समस्या है. पूर्व में एक पानी का टंकी बनाया गया था, उससे जैसे-तैसे काम चल रहा है.
(हजारीबाग की खबरों के लिए यहां क्लिक करें)
वार्ड से अच्छा पंचायत में ही खुशहाल थे : तपेश्वर साव
पूर्व वार्ड पार्षद प्रत्याशी तपेश्वर साव कहते हैं कि जब उनकी पत्नी सरिता देवी मुखिया हुआ करती थीं, तो कई सरकारी योजनाएं धरातल पर उतारी गईं. वार्ड बनने के बाद मुंह देखकर काम होने लगा. इससे अच्छा तो पंचायत में ही खुशहाल थे. नाली, गली, सड़क कुछ पर काम नहीं हुआ. सिर्फ दिखावे के लिए पांच करोड़ रुपए खर्च हुए. वार्ड-23 में कई समस्याएं अब भी मुंह बाए खड़ी है.
तालाब और कुछ सड़क का काम रह गया अधूरा : निवर्तमान वार्ड पार्षद दीपक सिंह
निवर्तमान वार्ड पार्षद दीपक कुमार सिंह ने कहा कि वार्ड-23 पहली बार नगर निगम में गया. इसमें लगभग पांच करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च कर कई योजनाएं धरातल पर उतारी गईं. तालाब सौंदर्यीकरण और कुछ सड़क का काम अधूरा रह गया. कई सड़कें, हाई मास्ट लाइट, पीसीसी, नाली समेत जनहित में कई योजनाओं का लाभ वार्डवासियों को मिला. जो काम बच गए, मौका मिलने पर उन योजनाओं को पूरा करेंगे.
इसे भी पढ़ें : पंजाब : ग्यासपुरा में गैस लीक होने से 9 की मौत, 11 बेहोश, प्रभावित इलाका सील