Ranchi : सेना की जमीन घोटाले मामले में आज मंगलवार को कोलकाता के सब रजिस्ट्रार त्रिदीप मिश्रा रांची स्थित ईडी के जोनल ऑफिस पहुंचे. ईडी के अधिकारियों ने त्रिदीप मिश्रा से पूछताछ शुरू कर दी है. गौरतलब है कि ईडी सेना के कब्जेवाली जमीन और चेशायर होम रोड की जमीन के मूल दस्तावेज में कोलकाता में की गयी जालसाजी को लेकर ईडी ने त्रिदीप मिश्रा को समन जारी किया था. (पढ़ें, आर्मी लैंड स्कैम: जगत बंधु टी स्टेट के दिलीप घोष समेत चार को ईडी ने भेजा समन)
जमीन की खरीद-बिक्री फर्जी दस्तावेज के जरिये से की गयी
जमीन घोटाले मामले की जांच के दौरान ईडी ने पाया था कि दोनों ही जमीन की खरीद-बिक्री फर्जी दस्तावेज के माध्यम से की गयी है. इसके लिए कोलकाता रजिस्ट्री कार्यालय में रखे गये दस्तावेज के साथ छेड़छाड़ की गयी. फर्जी मालिकाना हक से संबंधित दस्तावेज के आधार पर दोनों जमीन की बिक्री हुई. सेना के कब्जेवाली जमीन जगत बंधु टी स्टेट और चेशायर होम रोड की जमीन विष्णु अग्रवाल ने खरीदी है. जगत बंधु टी स्टेट का संबंध व्यापारी अमित अग्रवाल से है. जबकि चेशायर होम रोड की जमीन की खरीद बिक्री मामले में प्रेम प्रकाश की संलिप्तता पायी गयी थी. विष्णु अग्रवाल द्वारा जमीन के बदले किये गये भुगतान में से पुनित भार्गव ने प्रेम प्रकाश के खाते में 1.50 करोड़ रुपये ट्रांसफर किया था.
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कोलकाता से फर्जी दस्तावेज बनाकर की गयी गड़बड़ी
रांची में सेना की जमीन की खरीद-बिक्री में कोलकाता से फर्जी दस्तावेज बनाकर की गयी गड़बड़ी की जांच ईडी ने की तो रांची में सैकड़ों एकड़ जमीन की डील में फर्जीवाड़ा सामने आया है. रांची में एक गिरोह सक्रिय है, जो कोलकाता जाकर रांची की जमीन का फर्जी पेपर तैयार कराता है, उसकी रजिस्ट्री कोलकाता में ही करायी जाती है. इसके बाद कौड़ियों की जमीन को करोड़ों में बेचा जाता है. इस पूरे फर्जीवाड़े में आला अधिकारियों के साथ-साथ अंचल अधिकारी, राजस्व कर्मचारियों की बड़ी भूमिका होती है. वहीं ईडी ने जांच में पाया है कि जमीन घोटाला कर सरकारी अफसरों, कर्मियों के साथ-साथ माफियाओं ने अरबों की कमाई की.
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