Jamshedpur (Anand Mishra) : हज़रत बादशाह अब्दुर्रहीम रह. उर्फ चुनाशाह बाबा का 54 वां सालाना उर्स शरीफ बिष्टुपुर स्थित दरगाह में मंगलवार को सुबह 8 बजे से कुरान ख्वानी के साथ शुरू हो गया है. इस अवसर पर मदरसा फैज उल उलूम धातकीडीह, कुरान एकेडमी, जिया मदरसा दारूल किरात के बच्चों और दरगाह कमेटी के सचिव एस एम कुतुबुद्दीन, गद्दी नशी ताज अहमद, अब्दुल वहाब, अजीबुल अंसारी, फारूक अहसन, हाजी वसीम, डॉक्टर जिया अहमद, रामावतार जांगिड़, जेपी सिंह, नाज अहमद, मोहम्मद सिराज, मोहम्मद अफजल, मौलाना हफीजुद्दीन खतीब, बिष्टुपुर मस्जिद, मौलाना मोहम्मद इजहार अहमद खतीब व इमाम, बिष्टुपुर जामा मस्जिद, हाफीज व कारी मौलाना मोहम्मद कलीम कैसर जुगसलाई समेत अन्य लोग मुख्य रूप से शामिल हुए और फातिहा पढ़ी गई.
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इसी के साथ बाबा के दरगाह में जमशेदपुर के अलावा पश्चिम बंगाल, ओड़िशा, बिहार और झारखंड से जायरीनों का आना शुरू हो गया। इस चार दिवसीय उर्स में विभिन्न धर्मालंबियो के लोग अपनी मुराद लेकर आते है और दरगाह में चादर पेश करते है. मौके पर दरगाह कमेटी के सचिव एस एम कुतुबुद्दीन ने बताया कि कल 10 मई को बाद नमाज ईशा तकरीर का आयोजन होगा, जिसमे मौलाना कुतुबउद्दीन रिजवी, राँची, जम जम फतेहपुरी, रामगढ़, कारी व मौलाना इसहाक अंजुम और कारी इबरार कैंसर औरंगाबादी शामिल होंगे. 11 मई (गुरुवार) को सुबह 10 बजे से चादर व संदल गस्त, दोपहर 1.20 बजे चादरपोशी, 2 बजे से लंगरे आम और रात 9 बजे से कव्वाली होगी, जिसमे जानी वारिश कव्वाल नवादा और शाह वारसी कव्वाल कोलकाता अपनी कलाम पेश करेंगे. अंतिम दिन 12 मई को 2 बजे दिन से लंगरे आम और रात 9 बजे से देश के महशूर कव्वाल महबूब ताज, कानपुर और शाबीर सैफ अली चिश्ती, बनारस महफिले शमा में सूफिया कलाम पेश करेंगे.