पांच करोड़ के हुए विकास कार्य, फिर भी वार्डवासी नाराज
Pramod Upadhyay
Hazaribagh : हजारीबाग नगर निगम के वार्ड-1 और 2 में जलसंकट का समाधान नहीं हो पाया. दोनों वार्डों में करीब 20 हजार की आबादी है. इनमें पानी की परेशानी से 50% आबादी जूझ रही है. नल जल योजना की पाइप लाइन बिछाकर छोड़ दी गई. वहीं शहरी इलाका होने के कारण यहां जलमीनार भी नहीं लगाई गई. चूंकि डीप बोरिंग की मनाही है. चापाकलों की हालत भी खराब है. पार्षदों के अनुसार दोनों वार्डों में करीब पांच करोड़ की राशि के काम हुए. इधर कई वार्डवासी नाराज हैं कि न उनके पीएम आवास पूरे हुए और न राशन कार्ड बना. यहां तक कि वृद्धा और विधवा पेंशन भी नहीं मिल रहे.
इससे तो बेहतर ग्रामीण इलाका था : मो. मोहिउद्दीन
वार्ड के पूर्व प्रत्याशी और मंडई के पूर्व मुखिया मो. मोहिउद्दीन कहते हैं कि वार्ड-1 में अधिकांश मजदूर तबके के लोग हैं. उन्हें टैक्स जमा करने में काफी परेशानी होती है. वर्ष 2018 के पहले यह इलाका ग्रामीण था. उस वक्त वह पंचायत के मुखिया थे. नगर निगम में आने के बाद न तो यहां जरूरतमंदों को पीएम आवास मिला और न राशन कार्ड. साधन संपन्न लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिला दिया गया. योजनाओं में खूब कमीशनखोरी हुई. पानी की भी परेशानी है. इससे बेहतर तो यह ग्रामीण इलाका ही था. कम सेकम विकास के पहिए तो घूम रहे थे. वार्ड-1 की पीसीसी पथ की योजना वार्ड-2 में कराई गई. दो-दो बार एक ही व्यक्ति को योजना से लाभान्वित कराया गया. इन मामलों की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.
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आपस में मां-बेटे हैं वार्ड-1 और 2 के पार्षद
वार्ड-1 के पार्षद फिरोज आलम और वार्ड-2 की पार्षद साजदा खातून मां-बेटे हैं. फिरोज बताते हैं कि वार्ड-1 में करीब तीन करोड़ और वार्ड-2 में 2.20 करोड़ रुपए विकास कार्यों में खर्च किए गए. इस दौरान वार्ड-1 में 35 लाख से सामुदायिक विकास भवन, 25 लाख से कब्रिस्तान में नमाज शेड बनाए गए. वहीं उनकी मां के वार्ड-2 में करीब एक करोड़ से पीसीसी पथ और नाली का निर्माण कराया गया. पाइप लाइन बिछ गई है. अगले साल उससे लोगों को पानी मिलने लगेगा. फिरोज मानते हैं कि जलसंकट दूर नहीं कर सका. फंड के अभाव में ड्राई जोन पर काम नहीं हो पाया. जिनके पीएम आवास के पैसे नहीं आए हैं, वह जल्द मिल जाएंगे. पूरे कागजात के अभाव में कुछ लोगों को पीएम आवास नहीं मिला अथवा अधूरा है. उन्होंने सैकड़ों जरूरतमंदों को राशन कार्ड उपलब्ध कराया.
घर में घुसता है पानी : अहमद अली
वार्ड-1 के अहमद अली कहते हैं कि सड़क ऊपर बना दी गई. बरसात का पानी सीधे घर में घुसता है. इसे देखनेवाला कोई नहीं है.
बिजली और पानी की परेशानी : असगर इमाम
वार्ड-1 के असरगर इमाम कहते हैं कि इलाके में बिजली और पानी का बुरा हाल है. अक्सर बिजली कटती रहती है. वहीं चापाकल खराब पड़े हैं. इस बार टैंकर की भी व्यवस्था नहीं हुई.
पीएम आवास की नहीं मिली पूरी राशि : अरबाज खान
वार्ड-2 के अरबाज खान कहते हैं कि उनका पीएम आवास अधूरा है. पूरी राशि भी नहीं मिली है. उनके घर की छत भी टूटने लगी है. टोटो चलाकर किसी प्रकार परिवार की गाड़ी खींच रहे हैं.
सरकारी आवास के नाम पर देना पड़ता है पैसा : तब्बसुम
वार्ड-2 की तब्बसुम खातून कहती हैं कि सरकारी आवास के नाम पर कदम-कदम पर पैसा देना पड़ता है. कभी फोटो लगाने, तो कभी आवेदन जमा करने के नाम पर रकम वसूली जाती है. उनके गोतिया के घर में आवास दिलाने के नाम पर पैसे लिए गए.
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