Adityapur (Sanjeev mehta) : राज्य में विधि व्यवस्था चौपट है. संथाली मुख्यमंत्री ओलचिकी भाषा को दरकिनार कर रहे हैं. राज्य में राशन वितरण व्यवस्था चौपट है. खाद्य आयोग को जिला आपूर्ति पदाधिकारी गलत जानकारी दे रहे हैं. उक्त बातें भाजपा नेता रमेश हांसदा ने शनिवार को आदित्यपुर इमली गाछ स्थित भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता कर कही. उन्होंने राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि झारखंड की हेमंत सोरेन की सरकार ने आदिवासियों के साथ धोखा किया है. आदिवासी के नाम पर सत्ता चलाने वाले हेमंत सोरेन ने ना आदिवासी हित की रक्षा कर पा रहे हैं ना आदिवासियों को बचा पा रहे हैं.
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रघुवर दास ने ओल चिकी लिपि को मान्यता दी थी – रमेश
उन्होंने कहा कि झारखंड काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग सेंटर में संताली ओल चिकी लिपि से प्राथमिक स्तर की किताबें छापने को खारिज कर दिया है. अब झारखंड में देवनागरी से बच्चे पढ़ेंगे. झारखंड के तमाम बुद्धिजीवियों ने हेमन्त सोरेन से कई बार गुहार लगाई है कि संताली भाषा की पढ़ाई संताली भाषा की ओलचिकी लिपि से ही कराई जाए, क्योंकि आठवीं अनुसूची में शामिल संताली भाषा को पश्चिम बंगाल, उड़ीसा सरकार और असम की सरकार ने भी मान्यता दी है. रघुवर दास सरकार ने ओल चिकी लिपि को मान्यता दी थी. और ऑल चिकी टीचरों की बहाली भी शुरू कर दी थी.
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आदिवासियों की स्थिति बद से बदतर होते जा रही है – रमेश
उन्होंने राज्य की विधि व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज आदिवासियों की निर्मम हत्या कर दी जा रही है. मुख्य्मंत्री चुप्पी साधे हुए हैं. बोकारो में सनत संथाल के सचिव की हत्या हो जाती है. अपने जमीन को बचाने का गुहार लगाने के बाद भी जमीन माफिया आदिवासी की हत्या कर दी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सत्ता में बने रहने का अब कोई अधिकार नहीं बनता है. आदिवासियों को इन्होंने बेवकूफ बनाया और भावना भड़का करके सत्ता अपनाया लेकिन आज आदिवासियों की स्थिति बद से बदतर होते जा रही है.
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खाद्यान्न आपूर्ति में बड़ा घोटाला
भाजपा नेता रमेश हंसदा संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर झारखंड सरायकेला खरसावां जिला में खाद्यान्न आपूर्ति में बड़े घोटाले की आशंका व्यक्त करते हुए बताया कि उन्होंने जो खाद आयोग में मामला दर्ज किया था जिसमें दिसंबर महीना का चावल अधिकतर लाभुकों को नहीं मिलने और वह चावल कहां गया इसकी जांच की मांग की थी. जिसमें आयोग के समक्ष तीसरी सुनवाई में जिला के डीएसओ ने अपना प्रतिवेदन में पत्रांक संख्या 607 तिथि 10 5 2023 में स्पष्ट लिखा है कि खाद्यान्न की कमी के कारण कई लाभुकों को चावल का वितरण नहीं हो पाया था. ऐसे में आयोग सदस्य सचिव खाद आयोग को रिपोर्ट को निर्देश देता है कि जिला आपूर्ति पदाधिकारी सरायकेला खरसावां 607 के माध्यम से भेजे गए प्रतिवेदन में जो अनियमितता परीक्षित होती है उसका विस्तार से उल्लेख करते हुए अनियमितताओं को और कारणों पर स्पष्ट प्रतिवेदन जिला आपूर्ति पदाधिकारी सरायकेला खरसावां से मंगाया जाए. प्रेसवार्ता में भाजपा अजजा राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य रमेश हांसदा, बिशु महतो, महाजन साव, पवन महतो, विदेश राव और केदार जायसवाल शामिल थे.
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