Kiriburu (Shailesh Singh) : माइनिंग एरिया ट्रक ओनर एसोसिएशन बड़ाजामदा ने माल भाड़ा वृद्धि की मांग को लेकर टीएसएलपीएल खदान से लौह अयस्क की ढुलाई 30 मई की सुबह से बंद कर दिया है. इससे उक्त खदान का डिस्पैच पूरी तरह से ठप हो गया है. खदान प्रबंधन को लाखों रुपये का नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है. उक्त खदान में बड़ाजामदा, बराईबुरु-टाटीबा, गुवा क्षेत्रों की लगभग 300 से अधिक हाइवा लौह अयस्क ढुलाई में लगा है. सभी वाहनों के मालिक अपनी-अपनी वाहनों को खड़ा कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं. वाहन मालिक उक्त एसोसिएशन के बैनर तले हाथी चौक के पास जमे हैं, ताकि कोई हाइवा एसोसिएशन के विरुद्ध जाकर अयस्क ढुलाई न शुरू कर दे. ऐसे वाहनों को रोका जाएगा. लेकिन अब तक ऐसी स्थिति नहीं आयी है. आंदोलन शान्तिपूर्ण चल रहा है.
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एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद कुमार चौरसिया ने बताया कि 13 मार्च को टीएसएलपीएल कंपनी को भाड़ा वृद्धि को लेकर मांग पत्र सौंपा गया था लेकिन प्रबंधन ने कोई कदम नहीं उठाया. पिछले कुछ वर्षों में डीजल, वाहनों के पार्ट्स आदि काफी महंगे हुए हैं. लौह अयस्क की कीमत 3500 से लगभग 7000 रुपये प्रति टन चला गया. कंपनी को लाभ हो रहा है, लेकिन वह भाड़ा नहीं बढ़ा रही है. उक्त खदान से प्रत्येक हाइवा को एक दिन में एक ट्रिप अयस्क ढुलाई का मौका मिलता है. इसके लिये दिन भर वाहन खड़ा रखना पड़ता है.
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वाहन के चालक व खलासी को पैसा देना पड़ता है. वाहन का किस्त देकर मालिक को कुछ भी पैसा नहीं बचता है. यह नुकसान का ही सौदा है. दूसरा कोई विकल्प वाहन मालिकों पास नहीं है, इसलिए वाहन को फाइनेंसर द्वारा खींच लेने से बचाने हेतु यह कार्य बिना लाभ के किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी मांगें हैं कि खदान से बड़ाजामदा साइडिंग तक 300 रुपए प्रति टन, खदान से गुवा साइडिंग तक 330 रुपए प्रति टन, खदान से बोकना प्लॉट तक 250 रुपए प्रति टन लौह अयस्क परिवहन भाड़ा दिया जाए. इस दौरान मनोज साहू, रिमू बहादुर, रूपा खान, रामानुज सिंह, चंद्रवंशी, मदन प्रसाद गुप्ता सहित अन्य मौजूद थे.
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