New Delhi : कूनो नेशनल पार्क में मार्च से अब तक छह चीतों की मौत हो चुकी है. इसे लेकर सरकार चिंतित हो गयी है. खबर है कि चीता प्रोजेक्ट में शामिल अधिकारियों को नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका की स्टडी के लिए भेजा जायेगा, जो नये सिरे से वहां चीता विशेषज्ञों से परामर्श करेंगे. इस संबंध में केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भोपाल में मुलाकात की. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह छह जून को श्योपुर जिले में कूनो नेशनल पार्क का दौरा करेंगे. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
CM चौहान ने कहा, तीन चीता शावकों की मौत से वे व्यथित हैं
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हाल ही में हुई तीन चीता शावकों की मौत से वे व्यथित हैं. जान लें कि 23 मई को ज्वाला चीता से पैदा हुए चार शावकों में से तीन की मौत हो गयी थी. इससे पहले नामीबियाई चीते साशा की 27 मार्च को गुर्दे से संबंधित बीमारी की वजह से जान चली गयी थी. यह सिलसिला रुका नहीं. इस क्रम में साउथ अफ्रीका से लाये गये चीता उदय की 13 अप्रैल को मौत हुई थी. चीता दक्ष की इसी साल 9 मई को नर चीते के साथ हिंसक झड़प हो गयी और उसने दम तोड़ दिया था
गांधी सागर सैंचुरी होगा चीतों का वैकल्पिक घर
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गांधी सागर सैंचुरी राज्य में चीतों के लिए एक वैकल्पिक घर के रूप में तैयार किया जा रहा है. हालांकि उन्होंने कहा कि केएनपी में चीतों की संख्या इसकी क्षमता से कम थी.
सरकार ने निगरानी कमेटी बनाई थी
सरकार ने चीतों की देखभाल, प्रगति, निगरानी के लिए चीता परियोजना संचालन समिति गठित की है. अब चीतों से जुड़ा कोई भी फैसला इस कमेटी के सदस्यों की सहमति से ही हो सकेगा. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) ने मध्य प्रदेश सरकार के अवर मुख्य सचिव (ACS) के साथ हुई बैठक में एक चीता परियोजना संचालन समिति का गठन करने का फैसला लिया था. कमेटी/ टास्क फोर्स में विभिन्न वन्यजीव संस्थानों के सदस्य, अधिकारी या पूर्व अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता तथा अन्य संगठनों के सदस्य शामिल होंगे.
17 सितंबर 2022 को पीएम ने चीतों को पार्क में छोड़ा था
बता दें कि बीते साल 17 सितंबर को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर नामीबिया से लाये गये 5 मादा और 3 नर चीतों को कूनो नेशनल पार्क के बाड़ों में छोड़ा था. फरवरी 2023 में 12 चीतों का एक और ग्रुप दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था.