Ranchi : कोरोना की दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर की भी आशंका जताई गई है. दूसरी लहर के अनुभवों को देखते हुए तीसरी लहर से बचने के लिए रांची जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसके लिए डीसी छवि रंजन ने जल्द ही सदर अस्पताल में चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड वार्ड तैयार करने की जानकारी दी. इसके तहत डीसी ने मंगलवार को रानी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल और सदर हॉस्पिटल का निरीक्षण किया.
सदर अस्पताल में डीसी ने की चर्चा
सदर अस्पताल में डीसी ने चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड वार्ड बनाने पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में कुछ जगह खाली हैं. इसे 40-60 बेड का चाइल्ड वार्ड में कन्वर्ट किया जा सकता है. आनेवाले दिनों में बच्चों के कोरोना प्रभावित की आशंका को देखते हए सदर हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सर्पोटेड बेड, आइसीयू, पाइपलाइन सपोर्टेड ऑक्सीजन बेड आदि की तैयारी के लिए उन्होंने सिविल सर्जन को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं.
सीपैप मशीन की व्यवस्था के लिए दिया निर्देश
रानी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में बच्चों के इलाज में इस्तेमाल किये जाने वाला सीपैप कैसे काम करता है, इसकी जानकारी ली. सीपैप मशीन नवजात शिशुओं में सांस लेने में कठिनाई होने पर सांस देने में कारगर माना जाता है. सदर अस्पताल में इसकी व्यवस्था को लेकर उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया.
नर्सों को चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड वार्ड के लिए किया जाएगा प्रशिक्षित
अगर कोविड की तीसरी लहर बच्चों को प्रभावित करती है तो इसके लिए चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड वार्ड और आइसीयू में कार्य के लिए स्किल्ड नर्सों की आवश्यकता होने की बात कही गई. इसके देखते हुए प्रशासन ने अलग-अलग फेज में नर्सों को रानी चिल्ड्रन हॉस्पिटल में प्रशिक्षित करने की बात कही. इस
अवसर पर उपविकास आयुक्त विशाल सागर, सिविल सर्जन डाॅ विनोद कुमार, गरिमा सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे.