Siwan : जिले के लकड़ी नबीगंज प्रखंड के खवासपुर में गुरुवार को बिना बारिश हुए ही अचा क गंडक नहर का बांध टूट गया. जिससे दर्जनों घरों में गंडक का पानी घुस गया. गांव का करीब एक किलोमीटर क्षेत्र जलमग्न हो गया. बांध टूट जाने से आसपास के इलाकों में तेजी से पानी फैल रहा है. विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं. बांध की मरम्मत का काम शुरू किया जा चुका है. बांध टूटने का तात्कालिक कारण अधिकारी चूहे को बता रहे हैं. उनका कहना है कि इसके लिए चूहे दोषी हैं. यह नहर गोपालगंज से मदारपुर होते हुए सारण में प्रवेश करता है.
घरों में पानी घुसने से अफरा-तफरी
अचानक नहर का बांध टूटने से पूरे गांव में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है. खवासपुर गांव के कई घरों में पानी घुसने से अफरा-तफरी मच गयी. अचानक नहर का पानी गांव में प्रवेश करने लगा और लोग दौड़कर सुरक्षित स्थान की ओर भागने लगे. लकड़ी नबीगंज प्रखंड में अचानक बांध टूटने से हर कोई हैरान हैं. बताया जाता है कि पानी का दबाव बढ़ने से बांध टूट गया है. पानी का बहाव तेजी से गांव की ओर होने लगा है. गांव में पानी घुसने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे बाढ़ नियंत्रण विभाग की टीम मौके पर पहुंची है. गांव में घुस रहे पानी को नियंत्रित करने की कोशिश जारी है. घटना की सूचना पाकर एसडीओ भी पहुंचे और बांध पर पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ले रहे हैं. जल्द बांध की मरम्मत नहीं की गयी, तो कई गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं.
पानी 30-40 घरों में प्रवेश कर गया
पानी का प्रवाह तेज होने के कारण देखते ही देखते सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न हो गई. अब किसानों को धान की रोपनी भी प्रभावित होने का डर सताने लगा है. बताया जाता है कि गुरुवार की सुबह ग्रामीणों की नींद खुली तो पता चला कि मदारपुर-सिकटिया के बीच खवासपुर में नहर के दक्षिणी किनारे का बांध टूट गया है. ग्रामीण कुछ समझ पाते तक पानी करीब 30-40 घरों में प्रवेश कर गया. ग्रामीण बचाव में लगे हुए हैं. वे अपना सामान सुरक्षित स्थान पर रखने की जुगाड़ कर रहे हैं. खेतों में अचानक दो से तीन फीट पानी देखकर किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गयी, क्योंकि कुछ ही दिन बाद धान की खेती करनी है और किसानों के खेत जलमग्न हो गए हैं.
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