दो लाख टन उत्पादन की संभावना
Bhagalpur: भागलपुर के मीठे आम का इंतजार अब खत्म होने वाला है. जून के पहले सप्ताह में भागलपुरी जर्दालु आम के टूटने की संभावना है. कोलकाता के व्यापारी पहले से ही आम लेने को तैयार बैठे हैं. बता दें कि कोलकाता के व्यापारियों के जरिए बम्बइया और गुलाबखास के साथ ही जर्दालु आम बांग्लादेश भेजा जायेगा. व्यापारियों के अनुसार इस बार पेड़ में काफी आम हैं. इस कारण बाजार में इसकी कीमत 30 से 40 रुपये किलो रहने की संभावना है.
भागलपुरी जर्दालु आम उत्पादक संघ के अशोक कुमार चौधरी ने कहा कि सुल्तानगंज, महेशी, अकबरनगर, कहलगांव, पीरपैंती, सबौर, भागलपुर और नाथनगर सहित अन्य जगहों पर लगभग दो लाख टन आम का उत्पादन होने की संभावना है. पिछले साल की तुलना में 50 हजार टन अधिक होने की संभावना है.
कई राज्यों में जाता है आम
कहलगांव के किसान कृष्णानंद सिंह ने कहा कि मंजर विलंब से आने के कारण इस बार आम अब एक जून से टूटेगा. उत्पादक संघ ने कहा कि पटना, मुंगेर, गया, बिहारशरीफ, झारखंड के बोकारो, रांची, धनबाद, मुंबई, मध्यप्रदेश और कोलकाता से व्यापारियों ने आम के ऑर्डर दिये हैं. कोलकाता के व्यापारी ही बांग्लादेश, ओडिशा, बेंग्लुरु और दिल्ली में माल सप्लाई करते हैं.
जर्दालु आम शारीरिक रूप से लाभदायक
बिहार कृषि महाविद्यालय के सह निदेशक (शोध) डॉ. मो. फिजा अहमद ने बताया कि भागलपुरी आम में मिठास अधिक होती है. जबकि बांग्लादेश में जो आम मिलता है, उसमें मिठास काफी कम रहती है. इसीलिए वहां के लोग भागलपुर के आम को अधिक पसंद करते हैं. कहा कि जर्दालु आम शारीरिक रूप से लाभदायक है. इसमें अलग तरह का सुगंध है. इसका उत्पादन मुख्य रूप से इसी क्षेत्र में किया जाता है. यहां के आम का लोगों का इंतजार रहता है.