मुआवजा की मांग को लेकर परिजनों व ग्रामीणों ने किया गेट जाम
Bermo : बोकारो जिला के गोमिया स्थित बहुराष्ट्रीय कंपनी ओरिका की आवासीय कॉलोनी में ड्यूटी पर तैनात निजी सुरक्षा गार्ड नारायण गोप उर्फ मदन यादव (55 वर्ष) की 23 जुलाई की अहले सुबह संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई. वह गोमिया चौधरी टोला का रहने वाला था. वह रात्रि पाली ड्यूटी में था. सुबह पांच बजे कॉलोनी के लोग जब टहलने निकले तो उसे पोस्ट पर बेहोशी की हालत में पड़ा देखा. लोगों की सूचना पर कॉलोनी में ही रहने वाले आर्डियर अस्पताल के सीएमओ मौके पर और जांच की. इसके बाद गार्ड को बेहोशी की हालत में ही आर्डियर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. परिजनों व ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर शव के साथ कंपनी गेट को जाम कर दिया.
घटना की सूचना मिलते ही आसपास के सैकड़ों लोग गेट पर जमा हो गए. गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो, जिप सदस्य डॉ सुरेंद्र राज, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष पंकज पांडे, गोमिया मुखिया बलराम रजक, ससबेडा पश्चिमी पंचायत के मुखिया शांति देवी, अरुण यादव, प्रभु स्वर्णकार, पंसस जनक देव यादव, रोहित यादव, राजकुमार यादव, पिंटू पासवान सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और परिजन को उचित मुआवजा देने की मांग की. स्थिति को संभालने के लिए गोमिया सर्किल इंस्पेक्टर महेश प्रसाद सिंह, आईईएल थाना प्रभारी अभिषेक महतो, गोमिया थाना अवर निरीक्षक संदीप भगत, कथारा ओपी प्रभारी प्रिंस कुमार सहित बड़ी संख्या में पुलिस बलों को कंपनी के गेट पर तैनात कर दिया गया.
शनिवार की दोपहर से था ड्यूटी पर तैनात
सुरक्षा गार्ड नारायण गोप उर्फ मदन यादव आवासीय कॉलोनी के ए टाइप में तैनात था. सहयोगी गार्ड के नहीं आने के कारण वह शनिवार दिन के दो बजे से ही ड्यूटी कर रहा था. बीच में थोड़ी देर के लिए वह घर गया और फ्रेश होकर रात दस बजे पुन: ड्यूटी संभाल ली थी.
यह भी पढ़ें : धनबाद: हंस विहार कॉलोनी में चल रहा फिनाइल का कारखाना, लोगों ने जताया विरोध
Leave a Reply