Kiriburu (Shailesh Singh): मैं सेल की मेघाहातुबुरु जैसे खदान का सीजीएम होकर गर्व महसूस करता हूं, क्योंकि हमारे सभी सहयोगी मेहनती, जिम्मेदार और सहयोगी हैं. उक्त बातें मेघाहातुबुरु के सीजीएम आरपी सेलबम ने सीआईएसएफ मैदान में ध्वजारोहण के बाद लोगों को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि वर्ष 2022-23 में उत्पादन का लक्ष्य 30 लाख एमटी था. जबकि उत्पादन 36.70 लाख एमटी हुआ, जो लक्ष्य का 122 फीसदी से ज्यादा है. वर्ष 2023-24 में उत्पादन का लक्ष्य 32 लाख एमटी रखा गया है. यह लक्ष्य मेघाहातुबुरु लौह अयस्क में काम करने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रयास से ही संभव हो पाया है. उन्होंने सभी का इसके लिए धन्यवाद दिया. कहा कि खान में बारिश में ड्राई सर्किट चलने के कारण हमेशा जाम की समस्या आ रही थी. लेकिन अब वेट सर्किट को 31 जुलाई 2023 से प्रारम्भ कर दिया गया है.
इसे भी पढ़ें : किरीबुरू : नक्सलियों के गढ़ सारंडा में पूरे शान के साथ लहराया तिरंगा
जवानों ने आकर्षक परेड प्रस्तुत किया
उन्होंने कहा कि मेघाहातुबुरु खदान लौह अयस्क की कमी की समस्या से जूझ रहा है. इसके बावजूद वैज्ञानिक तरीके से साउथ-वेस्ट, सेंट्रल चौक के नजदीक एज एरिया को डेवलप किया गया है. यहां से एक मिलियन टन लौह अयस्क मिलेगा. खनन गतिविधियां को बेहतर करने हेतु कुछ मशीनें लाई गई है. मेघाहातुबुरु टाउनशिप एवं सीएसआर के गांवों का सर्वागीण विकास के लिए तमाम प्रकार के कार्य किए जा रहे हैं. शहरवासी सुरक्षा के नियमों को अपनाते हुए वाहनों को धीरे चलाकर दुर्घटना लक्ष्य को शून्य तक पहुंचाए. इस दौरान सीआईएसएफ जवानों व छात्र-छात्राओं ने आकर्षक परेड व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, सीआईएसएफ के उप कमांडेंट धर्मेन्द्र सिंह चाहर, महिला समिति की अध्यक्ष स्टेला सेलबम, महाप्रबंधक वाईपी राम, महाप्रबंधक, सहायक महाप्रबंधक अवधेश सिंह आदि सैकड़ों मौजूद थे.
Leave a Reply