डिजिटलीकरण, अनुसंधान व कौशल को बढ़ावा देने में होगा मददगार
Dhanbad : टेक्समिन फाउंडेशन और कार्लसन सॉफ्टवेयर इंक के संयुक्त तत्वावधान में आईआईटी-आईएसएम के टेक्समिन के जियोडेजी सेंटर में टेक्समिन-कार्लसन लैब की स्थापना की जाएगी. दोनों संस्थाओं ने 25 अगस्त को ऑनलाइन एमओयू किया है. आईआईटी-आईएसएम के उपनिदेशक प्रो धीरज कुमार ने बताया कि यह लैब माइंस की मैंपिंग, निगरानी और सर्वेक्षण के लिए नई तकनीक विकसित करने में नेतृत्व करेगा. साथ ही डिजिटलीकरण, अनुसंधान और कौशल को बढ़ावा देने में भी मददगार होगा.
हाल के दिनों में सर्वेक्षण तकनीक में क्रांतिकारी परिवर्तन आया है. इससे माइंस में उत्पादन, नौकरी और सर्वेक्षकों की मांग में बढ़ोत्तरी हुई है. ऐसे में यह लैब पेशेवरों को और अधिक सशक्त बनाने में उपयोगी सिद्ध होगा. कार्लसन-सॉफ्टवेयर इंक के क्षेत्रीय वित्तीय निदेशक अलेक्जेंडर एफिमोव ने कहा कि हम माइनिंग के डिजिटलीकरण को लेकर कौशल विकसित करने में सहायक सिद्ध होंगे, जो भविष्य की अर्थव्यवस्था को आधार देगा.
यह जानकारी आईआईटी-आईएसएम की मीडिया एंड ब्रांडिंग की डीन डॉ रजनी सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि कार्लसन सॉफ्टवेयर इंक संयुक्त राज्य अमेरिका स्थापित संस्था है, जो माइनिंग, सिविल इंजीनियरिंग, भूमि सर्वेक्षण, निर्माण, सॉफ्टवेयर डिजाइनिंग, मशीन नियंत्रण को लेकर विश्व की कई बड़ी कंपनियों को समाधान उपलब्ध कराता है. इस अवसर पर निदेशक प्रो जेके पटनायक के साथ अन्य मौजूद थे.
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