Ranchi: महावीर मंडल रांची महानगर कोर कमेटी की बैठक मंडल अध्यक्ष कुणाल अजमानी की अध्यक्षता में हुई. इस दौरान कुणाल अजमानी ने कहा कि संकट मोचन मंदिर को धार्मिक न्यास पर्षद के अंदर लाना गलत है, क्योंकि इस मंदिर का वर्षो से रख-रखाव निजी हाथों से हुआ है. झारखंड गठन के बाद से कभी भी न्यास पर्षद के कोई भी लोग देखने तक नहीं आये, पर आज जब मंदिर को सुचारू रूप से चलाया जा रहा है, तब एक नई कमिटी बना कर पार्षद द्वारा घोषणा करना जो सारा सर गलत है. महावीर मंडल रांची महानगर इसके खिलाफ कोर्ट जाएंगे. क्योंकि ये मंदिर निर्मोही अखाड़ा, अयोध्या से पंजीकृत है.
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जिस तरह से झारखंड धार्मिक न्यास पर्षद ने मनमाने ढंग से संकट मोचन मंदिर को बिना कोई बैठक या कोई सूचना जबरन नयी कमिटी का गठन कर दिया है. विगत दिनों पहले जब मंदिर पर हमला हुआ इसे क्षतिग्रस्त किया गया तो कोई भी खबर नहीं ली गई, कि मंदिर बन रहा है, मंदिर टूट रहा है, या जर्जर स्थिति में है. आज इसकी पूरी देखरेख की जिम्मेदारी अपने स्तर से महावीर मंडल रांची महानगर कर रही है तो झारखंड सरकार को तकलीफ हो रही है. मंदिर के रखरखाव एवं पुनर्निर्माण पर लाखों रुपये खर्च की जा रही है और अभी काम चालू है. इसकी देखरेख पहले के महंत के द्वारा की जा रही थी. उनके गुजरने के बाद वर्तमान महंत महामंडलेश्वर सूर्यनारायण दास त्यागी जी के संरक्षण में कार्य किया जा रहा है, परंतु धार्मिक न्यास बोर्ड के द्वारा निबंधन का बहाना करते हुए नई कमेटी की घोषणा कर दी गई जो गलत है. संकट मोचन मंदिर के पुजारी श्यामानंद पांडे ने कहा कि मंदिर के रखरखाव में महावीर मंडल रांची महानगर द्वारा शुरू से निर्माण कार्य में सहयोग किया गया है.
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इस बैठक में मुख्य रूप से महामंडलेश्वर सूर्यनारायण दास त्यागी, अध्यक्ष कुणाल अजमानी, शेखर शरण,डॉ दिलीप सोनी, रविन्द्र वर्मा, रमेश बाली, नवजोत, महेश सोनी, रमेश बथवाल, दिलीप स्वर्णकार, रवि प्रकाश टुन्ना, विक्रांत विश्वकर्मा, सतीश सिन्हा, शम्भु ,रोहित शारदा ,बादल सिंह आदि लोग मौजूद थे.