Ranchi : डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने बुधवार को बीआईटी मेसरा, आइआइएम, ट्रिपल आईटी, सीसीएल, बिरसा मुंडा एयरपोर्ट की योजनाओं और उसके निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर करने को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में सीसीएल पिपरवार रेलवे साइडिंग परियोजना की समीक्षा करते हुए इस परियोजना में मुआवजा एवं नौकरी हेतु गैर मजरुआ भूमि का रैयतीकरण लंबित होने के कारण रेलवे लाइन को अवरुद्ध करने की ग्रामीणों द्वारा दी गई चेतावनी की जानकारी डीसी को दी गई.
बीआईटी मेसरा ओपी को स्थानांतरित करने का अनुरोध
वही बीआईटी मेसरा के प्रतिनिधि ने डीसी को बताया कि NH-33 पर बीआईटी मेसरा को गेट बनाना है एवं खाली भूमि पर एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स तथा गैर विवादित भूमि पर अन्य निर्माण कार्य करना है. निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए डीसी से अनुरोध किया गया. साथ ही बीआईटी मेसरा ओपी को मेसरा रेलवे स्टेशन के पास स्थानांतरित करने का अनुरोध किया गया. वहीं आईआईआईटी परिसर स्थित 4 परिवारों को अन्यत्र बसाने का अनुरोध किया गया, ताकि रास्ता एवं चहारदीवारी का निर्माण किया जा सकें. इस पर उपायुक्त ने अंचल अधिकारी कांके को आवश्यक दिशा निर्देश दिया. बैठक में झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि द्वारा 15.82 एकड़ भूमि में कैंपस निर्माण के लिए प्रस्तावित रास्ता के लिए अधिग्रहित भूमि का मुआवजा जल्द रैयतों को देने का अनुरोध किया गया. डीसी ने बिरसा मुंडा हवाई अड्डा की चहारदीवारी निर्माण में आ रही बाधा को दूर करने का निर्देश अंचल अधिकारी नामकुम को दिया. साथ ही रांची शहर में बन रहे विभिन्न फलाई ओवरों के निर्माण में विधि व्यवस्था की समस्या का निराकरण हेतु अधिकारी को निर्देश दिया. डीसी ने खलारी में 10 मिलियन टन प्रोजेक्ट को पूरा करने का निर्देश पदाधिकारी को दिया.
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