- हाइवा चलाता था महादेव उरांव, बालू उठाने को लेकर दी गई थी धमकी
- पत्नी समेत परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल, डेढ़ साल की है एक बेटी
Lapung (Ranchi) : लापुंग थाना क्षेत्र के घघारी जंगल में मिले शव की पहचान कर्रा थाना क्षेत्र के सहिलौंग निवासी 25 वर्षीय महादेव उरांव के रूप में की गई है. महादेव उरांव पेशे से चालक था और हाइवा चलाता था. शव की पहचान रिम्स के पोस्टमार्टम हाउस में मृतक महादेव की पत्नी अंजनी कुमारी ने की है. पोस्टमार्टम के बाद महादेव के शव को उनके गांव सहिलौंग लाया गया. मृतक महादेव की पत्नी अंजनी अपने पति की हत्या के बाद रोती बिलखती बार-बार बेहोश हो जा रही थी. उसकी डेढ़ साल की इकलौती बेटी पूर्णिमा अपनी मां को रोते बिलखते देख कुछ समझ नहीं पा रही थी. वह कभी रोती तो कभी चुप हो जाती. गुरुवार की रात के लगभग 8:00 बजे मृतक महादेव का शव उसके घर पहुंचा. उसके पिता बोधवा उरांव ने बताया कि उसका बड़ा बेटा महादेव उरांव पहली जनवरी को नया साल का जश्न मनाने लगभग चार बजे शाम को घर से निकला था. वह घर से निकल कर गांव के ही डीह की ओर गया था. तभी तीन अज्ञात लोगों ने जबरन महादेव को बोलेरो में बैठाकर कहीं ले गए. लेकिन इस बात की जानकारी किसी भी गांव वालों ने परिवार वालों को नहीं दी. बोधवा उरांव ने बताया कि उसका बेटा हाइवा का चालक था और बालू उठाता था. उसके बेटे ने उन्हें पहले बताया था कि कुछ लोगों ने उसे नदी से बालू उठाने के लिए मना किया था. इसको लेकर उसे धमकी भी दी गई थी. हालांकि बोधवा उरांव ने यह भी कहा कि वह धमकी देने वालों को नहीं पहचानता है. बोधवा ने कहा कि पहली जनवरी को जब उसका बेटा घर से निकला तो उसे अहसास भी नहीं हुआ कि अब उसका बेटा जिंदा कभी घर नहीं लौटेगा. शव के गांव पहुंचने पर पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई. महादेव के पिता बोधवा उरांव, मां बिरसी उराईन, दोनों भाई क्रमशः राजेश उरांव, प्रकाश उरांव सहित घर की अन्य परिजनों का रो रो कर हाल बेहाल हो गया. उधर लापुंग के थाना प्रभारी सूर्यकांत कुमार ने बताया कि पूरे घटना की वह गहराई से जांच कर रहे हैं. अभी शव की पहचान हुई है. मृतक के घर वालों से इस संदर्भ में पूछताछ की जाएगी. इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
इसे भी पढ़ें : हजारीबाग : डीआईजी सुनील भास्कर के औचक निरीक्षण में थाना में नहीं मिली थी स्टेशन डायरी, एसपी बोले- होगी कार्रवाई
Leave a Reply