Garhwa (Ranka) : वन प्रमंडल गढ़वा में हाथियों का आंतक कम होने का नाम नहीं ले रहा है. रंका अनुमंडल क्षेत्र के भंवरी गांव में बीती रात हाथियों के झुंड ने दो एकड़ भूमि में लगे गेहूं को फसल को बर्बाद कर दिया है. फसल बर्बाद होने से किसानों में निराशा है. इस संबंध में किसान मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि खून पसीने से लगाये खेती को जंगली हाथी लगातार बर्बाद कर रहे हैं. हाथियों से त्रस्त किसान अपनी जान जोखिम में डालकर बम-पटाखा फोड़कर हाथियों को भगाते हैं. लेकिन वन विभाग के अधिकारी केवल खाना पूर्ति करने में लगे हुए हैं.
जान माल की सुरक्षा और हाथियों के साथ छेड़छाड़ ना करने की अपील
इस संबंध में वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी गोपाल चंद्र से बात की तो उन्होंने कहा कि लोगों ने जानवरों के क्षेत्र पर अतिक्रमण कर लिया है. उनके पोषण के स्थल को छीन लिया है. ऐसी स्थिति में जानवर जाये तो जाये कहां. इसलिए वो अपने पुराने क्षेत्र में अपने पोषण के लिए भ्रमण कर रहे हैं. उन्होंने किसानों से अपनी जान माल की सुरक्षा का ख्याल रखने का आग्रह करते हुए हाथियों के साथ छेड़छाड़ नहीं करने की अपील की है. कहा कि सरकार द्वारा जो मुआवजे का प्रावधान है, वन विभाग उसको देने के लिए तत्पर है.
कभी इस गांव में तो कभी उस गांव में आतंक कर रहे जंगली हाथी
बताते चलें कि जंगली हाथियों का आतंक इस क्षेत्र में लगातार बढ़ता ही जा रहा है. कभी इस गांव में तो कभी उस गांव में जंगली हाथी फसलों और घरों को नष्ट कर रहे हैं. लेकिन वन विभाग हाथियों को भगाने के लिए विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. इसको लेकर ग्रामीणों में काफी रोष है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो किसान वन विभाग के खिलाफ ठोस निर्णय लेने के लिए बाध्य होंगे.
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