Bokaro: बोकारो विधानसभा क्षेत्र के चसमोबाद गांव के ओझा टोला के एक मुहल्ले की सड़क आज तक नहीं बना. दो वर्ष पहले ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार में आवेदन पत्र देकर अपनी समस्या से अवगत कराया था. जिसके बाद सड़क निर्माण के लिए तत्कालीन उपायुक्त ने सम्बंधित विभाग को सड़क निर्माण का निर्देश जारी किया. आदेश के बाद डीपीआर बना, इसके बाद प्राक्कलन भी बना, लेकिन सड़क का निर्माण नहीं हुआ. सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीण अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों का दरवाजा खटखटाया, लेकिन महज आश्वासन ही मिलता रहा. इसी बीच टोले पर पेयजल आपूर्ति के लिए बनवाये गये सोलर जलापूर्ति भी खराब हो गया. साथ ही गांव में लगाये गए सोलर लाइट भी खराब हो गए.
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बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने का सिर्फ वादा
ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानीय जनप्रतिनिधि मुखिया को दी, लेकिन मुखिया ने भी संज्ञान नहीं लिया. बुनियादी सुविधाओं का दंश झेल रहे ग्रामीणों को आज भी आदम जमाने की याद ताजा करा रहा है. जब लगातार की टीम गांव पहुंची, तो ग्रामीणों ने कहा कि हमलोग घुटने भर पानी में होकर गुजर रहे हैं. पेयजल संकट भी यथावत बना हुआ है. जबकि सरकार ने बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने का वादा भी किया, लेकिन नतीजा सिफर ही निकला है. ग्रामीणों ने बताया कि कई जनप्रतिनिधियों के समस्याओं से निराकरण करने का वादा किया था, लेकिन कई बार विधायक से मिलने के बाद भी समस्या यथावत बनी हुई हैं.
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