Latehar : डीसी हिमांशु मोहन ने कहा कि शिक्षा दान महादान है. जिले में 15 प्लस आयु वर्ग के असाक्षरों को पठन- पाठन से जोड़ कर उन्हें साक्षर किया जाना है. इस कार्य में स्वयंसेवक, शिक्षकों की अहम भूमिका है. उन्होंने कहा कि लातेहार को संपूर्ण साक्षर बनाना हम सबों का लक्ष्य है. डीसी मंगलवार को जिला शिक्षा कार्यालय के सभागार में नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत मास्टर ट्रेनरों के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इससे पहले उन्होंने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. डीसी ने आगे कहा कि मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण प्राप्त कर असाक्षरों को साक्षर बनाने के लिए प्रेरित करें. जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रिंस कुमार ने लक्ष्य प्राप्ति के लिए जन भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील लोगों से की. कहा कि बिना सामूहिक प्रयास से कोई भी अभियान सफल नहीं हो सकता है. जिला शिक्षा अधीक्षक कविता खलखो ने बताया कि वर्ष 2022-23 के लक्ष्य के अनुसार जिले के कुल 18000 असाक्षरों को साक्षर बनाने का लक्ष्य है. इस कार्य में 1800 स्वयं सेवक शिक्षक लगेंगे. मास्टर ट्रेनर स्वयं सेवक शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे और जन चेतना केंद्र में पठन पाठन करायेंगे. कार्यक्रम में राज्य प्रशिक्षक सह नोडल पदाधिकारी मनोज कुमार निराला ने मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण संबंधी कई बातों को विस्तार से बताया. मौके पर क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी ऋषिकेश कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक संदीप प्रजापति, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक सुनील प्रजापति, प्रेरक नरेश उरांव, बृजकिशोर सिंह, ज्योति चौधरी, प्रिया कुमारी, साधनसेवी कन्हाई प्रसाद अग्रवाल, विमलकांत, बलराम, चंदन, अनूपा मिंज, राजेश कुमार, उत्तम कुमार, शिवपूजन पांडेय समेत 100 से अधिक शिक्षक व साधनसेवी आदि मौजूद थे.
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