Tarun Kumar Choubey
Ranchi : रांची के सदर अस्पताल में बीते 1 नवंबर को कीमोथेरेपी सेवा की शुरुआत की गई थी. थेरेपी शुरू किए तीन महीने ही हुए हैं और 250 से अधिक मरीजों को आयुष्मान योजना के तहत इसका लाभ भी मिल गया. वर्तमान में सदर अस्पताल के बाह्य रोगी विभाग में 350 से अधिक कैंसर मरीज का इलाज चल रहा है. अस्पताल के ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. गुंजेश ने बताया कि कैंसर कई प्रकार के होते हैं. यहां आने वाले मरीजों में रक्त और स्तन कैंसर से जूझ रहे लोगों की संख्या सबसे अधिक है. अस्पताल वित्तीय बाधाओं के बिना विशेषज्ञों की देखरेख में इलाज करने के लिए प्रतिबद्ध है. जो लोग आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत नहीं आते हैं, उनके लिए उपचार सरकारी दरों या न्यूनतम शुल्क पर किया जाता है. इसके साथ कैंसर पीड़ित मरीजों के लिए विशेष ओपीडी सुविधाएं शुरू की गई है. जहां मरीज हर बुधवार और शुक्रवार को डॉक्टरों के साथ मिलकर फ्री परामर्श ले सकते हैं. रोगियों की सुविधा के लिए, अस्पताल ने कैंसर मरीजों के लिए अलग कमरा नामित किया है. जिसमें 20 बेड आवंटित किए गए हैं. फिलहाल अस्पताल में करीब 8 मरीज भर्ती हैं. जिसका इलाज डॉ. नवीन बर्णवाल और डॉ. प्रकाश भगत के साथ मिलकर डॉ. गुंजेश कर रहे हैं.
कैंसर देखभाल की पहुंच बढ़ाना है : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने कहा कि जिला में ज्यादा से ज्यादा कैंसर के मरीजों को सही उपचार मिले, इसके लिए हमेशा प्रयास कर रहा हूं. इसके साथ ही सदर अस्पताल रिम्स से भार को कम करने में अहम भूमिका निभाता है. हमार लक्ष्य है कि चिकित्सा विज्ञान (आरआईएमएस) और उपचार प्रक्रिया में तेजी लाना. यह प्रगति क्षेत्र में कैंसर की चुनौतियों का सामना करने वाले व्यक्तियों के लिए सुलभ स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी. आयुष्मान भारत के तहत पात्र रोगियों को सर्जरी, कीमोथेरेपी और उपचार में सहायता मिल रही है. आयुष्मान भारत योजना के तहत कीमोथेरेपी, हार्मोन थेरेपी और विभिन्न कैंसर के लिए लक्षित थेरेपी को कवर किया गया है.
सिविल सर्जन ने आगे कहा कि जागरुकता बढ़ाने को लेकर सदर अस्पताल में नियमित कैंसर स्क्रीनिंग शिविर और शैक्षिक कार्यक्रमों की योजना बनाई जाती है.
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