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केंद्र की मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ संयुक्त मोर्चा के तत्वावधान में की गई थी बंदी की घोषणा
Ramgarh : केंद्र सरकार के नीतियों के विरोध में 16 फरवरी को संयुक्त ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर आयोजित हड़ताल का सीसीएल रजरप्पा में कोई असर नहीं दिखा. यहां एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी औद्योगिक हड़ताल पूरी तरह से बेअसर रहा. सामान्य दिनों की तरह कामगारों ने हाजरी बनाकर ड्यूटी किया. साथ उत्पादन कार्य भी अन्य दिनों की तरह ही जारी रही.
हड़ताल को सफल बनाने को लेकर संयुक्त मोर्चा के नेतागण सुबह से ही लगे रहे. इस दौरान रजरप्पा कोलवाशरी, खदान क्षेत्र, बेस वर्कशॉप सहित अन्य जगहों पर बंदी का भरपूर प्रयास किया गया, लेकिन बंद पूरी तरह से बेअसर रहा. हड़ताल के समर्थन में दो यूनियन नहीं थे. जिनमें भामसं से संबद्ध सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ व राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन ददई गुट का यूनियन शामिल था.
हड़ताल पूरी तरह से बेअसर : अनिल प्रसाद
भामसं से संबद्ध सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ रजरप्पा के क्षेत्रीय सचिव अनिल प्रसाद ने कहा कि संयुक्त मोर्चा द्वारा आहूत एकदिवसीय हड़ताल सीसीएल रजरप्पा में पूरी तरह से बेअसर रहा. यहां आम दिनों की तरह उत्पादन कार्य जारी रही. राष्ट्र हित में भामसं ने इस हड़ताल का समर्थन नहीं किया था, जिसके कारण बंदी पूरी तरह से विफल रहा.
सामान्य दिनों की तरह हुआ उत्पादन कार्य : जीएम
संयुक्त मोर्चा द्वारा आहूत एकदिवसीय हड़ताल के संबंध में सीसीएल रजरप्पा के महाप्रबंधक बिनोद कुमार ने कहा कि सीसीएल रजरप्पा में सामान्य दिनों की तरह उत्पादन कार्य जारी रही. बंदी का कोई असर यहां नहीं देखा गया. इसके लिए सीसीएल रजरप्पा के मजदूर व अन्य श्रमिक संगठन बधाई के पात्र हैं. जिन्होंने राष्ट्र हित को ध्यान में रखते हुए अपनी ड्यूटी की.
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