Ranchi: सीएम हेमंत सोरेन ने रूपा तिर्की मौत मामले में न्यायिक जांच के आदेश दे दिये हैं. उन्होंने जांच आयोग के गठन को मंजूरी प्रदान कर दी है. झारखंड हाईकोर्ट के सेवानिवृत मुख्य न्यायाधीश को जांच की जिम्मेवारी दी गई है. पिछले कुछ दिनों से साहेबगंज में तैनात सब इंस्पेक्टर रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत को लेकर जांच की मांग की जा रही थी. इसे देखते हुए सीएम ने एक सदस्स्यीय जांच आयोग का गठन किया है. सीएम ने आयोग को आदेश दिया है कि रूपा तिर्की की मौत की जांच रिपोर्ट छह महीने में सरकार को दे दी जाये.
इसे भी पढ़ें- 6th JPSC विवाद: रघुवर या हेमंत, आखिर किसकी गलती की सजा भुगत रहे हैं झारखंडी युवा
जांच आयोग अलग से देगा रिपोर्ट
झारखंड हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश विनोद कुमार गुप्ता रूपा तिर्की मामले की न्यायिक जांच करेंगे. गुप्ता पूर्व में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड उच्च न्यायालय में भी मुख्य न्यायाधीश के तौर पर सेवा दे चुके हैं. सीएम हेमंत सोरेन ने जांच आयोग का गठन करते हुए कार्रवाई को निष्पक्ष तरीके से आगे बढ़ाने का निर्देश दिया है. इस केस में साहेबगंज के बोरियो थाने में 127/2021 के तहत जांच प्रक्रिया पूर्व की तरह ही जारी रहेगी. वहीं जांच आयोग अपनी रिपोर्ट अलग से देगा.
क्या है मामला
बीते 3 मई को साहेबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की लाश उनके सरकारी आवास में मिली थी. इस मामले में साहिबगंज पुलिस ने चाईबासा में पोस्टेड दारोगा शिव कनौजिया को बीते 9 मई को गिरफ्तार किया है. कांग्रेस विधायक बंधु तिर्की ने सोमवार को रांची में रूपा तिर्की के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की थी. बंधु तिर्की ने भी इस मामले की जांच सीबीआई से कराने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था. उन्होंने कहा था कि जांच से ही दूध का दूध और पानी का पानी होगा.
सोमवार को ही रूपा तिर्की मौत मामले में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने डीजीपी नीरज सिन्हा को राजभवन बुलाकर जांच के बारे में जानकारी ली थी. सूत्रों का कहना है कि इस दौरान राज्यपाल ने जांच को लेकर कुछ निर्देश भी दिये थे. इससे पहले रविवार को भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मिलकर पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी. भाजपा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि परिवार के लोग भी इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं.
Leave a Reply