Dhanbad : झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक की बरियो, गोविंदपुर शाखा में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करीब 82 लाख रुपए लोन लेने का मामला सामने आया है. मामले का खुलासा होने के बाद ब्रांच से लेकर बैंक के रिजनल ऑफिस गिरिडीह तक में खलबली मच गई है. बीसीसीएल की विभिन्न कोलयरियों में नौकरी करने का फर्जी दस्तावेज बनाकर आधे दर्जन से अधिक लोगों ने इस बैंक से 82 लाख से अधिक रुपए का ऋण ले लिया था. सभी को पर्सनल लोन व वाहन लोन दिए गए थे. ऋण राशि की किस्त अदायगी नहीं होने पर बैंक के अधिकारियों ने जब पड़ताल की तो फर्जी दस्तावेजों का खुलासा हुआ. अधिकारियों में खलबली मच गई कि जिन लोगों को ऋण दिया गया है. बीसीसीएल का पे स्लिप व आईडी कार्ड समेत सभी दस्तावेज फर्जी साबित हुए हैं. मामला खुलने के बाद बैंक के शाखा प्रबंधक सूर्यभूषण रवि को हटा कर तत्काल प्रभाव से रिजनल ऑफिस गिरिडीह में प्रतिनियुक्त किया गया है. नई प्रबंधक आशा सिन्हा बनायी गयी हैं.
शाखा प्रबंधक आशा सिन्हा व रिजनल प्रबंधक विकास सिंह ने बताया कि 3 माह के अंतराल में 6 लोगों ने फर्जी कागजात के आधार पर ऋण ली थी. ऋण राशि की किस्त अदायगी नहीं होने पर मामले की जांच की गई, तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ. उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया तत्कालीन शाखा प्रबंधक की लापरवाही उजागर हुई है. जांच कार्य प्रभावित न हो इसलिए उन्हें गिरिडीह रीजनल ऑफिस से अटैच किया गया है. नई शाखा प्रबंधक के आवेदन पर गोविंदपुर थाना में भोला यादव, उसकी पत्नी रेणु देवी सहित पूरे सिंडिकेट के खिलाफ प्राथमिक की दर्ज की गई है. पुलिस इंस्पेक्टर रविकांत प्रसाद ने बताया कि बैंक प्रबंधक के आवेदन पर फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है.
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