- जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी का प्रथम दीक्षांत समारोह उत्सवपूर्ण सम्पन्न
- विभिन्न विषयों की टॉपर 28 गोल्डमेडलिस्ट छात्राओं को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने किया सम्मानित
- समारोह में शामिल 702 छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई
Jamshedpur (Anand Mishra) : झारखंड-बिहार के एकमात्र व प्रथम महिला विश्वविद्यालय ‘जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी’ के प्रथम दीक्षांत समारोह का शनिवार को आयोजन किया गया. समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल सह राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति सीपी राधाकृष्णन ने छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि आपका परिश्रम और समर्पण ही आपको लक्ष्य की प्राप्ति में सहयोगी साबित होगा. उन्होंने कहा कि बेटियां अपनी क्षमता को पहचानें, दूसरे क्या कहते हैं इस पर ध्यान न दें. दीक्षांत के साथ जीवन का एक नया अध्याय शुरू होने वाला है. अतः अब यहां से निकल कर समाज के विकास में योगदान करें.
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कोल्हान में महिला शिक्षा का प्रमुख केंद्र
राज्यपाल श्री राधाकृष्णन ने कहा कि या विश्वविद्यालय पूरे कोल्हान में महिला शिक्षा का प्रमुख केंद्र है. इसके लिए पूरा विश्वविद्यालय परिवार बधाई का पात्र है. आज इस विश्वविद्यालय के लिए ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि आज विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह हो रहा है. उन्होंने वीमेंस कॉलेज की संस्थापक स्वर्गीय पेरीन सी मेहता केदारी सरस्वती कारण की दिशा में किए गए इस प्रयास की सराहना करते हुए इस कॉलेज को विश्वविद्यालय तक का दर्जा दिलाने में भूमिका निभाने वाले सभी सदस्यों को बधाई का पात्र बताया.
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समाज का प्रतिनिधित्व कर रही हैं बेटियां
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि आज बेटियां समाज का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. शिक्षा के क्षेत्र में भी बेहतर कर रही हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि लड़कों की क्षमता को नजरअंदाज किया जा रहा है, लेकिन यह कहना आज के दौर में लड़कियां आगे जाकर बेहतर कर रही हैं. अपने संबोधन के क्रम में राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ नर की भी चर्चा की. उन्होंने पुनः कहा कि बेटियां अपनी क्षमता को पहचाने और दूसरों से कुछ सीखने की कोशिश करें, अच्छे स्वास्थ्य के साथ आगे बढ़े, यही सफलता की निशानी है.
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एकेडमिक शोभा यात्रा के साथ शुरू हुआ समारोह
इससे पूर्व आरंभ में परंपरागत एकेडमिक शोभायात्रा के साथ मुख्य अतिथि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को मंच पर लाया गया. शोभा यात्रा में विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ अंजिला गुप्ता, कुलसचिव प्रो राजेंद्र जायसवाल, सभी सिंडिकेट सदस्य, विभिन्न संख्याओं के प्रमुख हुए. संगीत विभाग अध्यक्ष दो सनातन दीप के नेतृत्व में विभाग की छात्राओं ने राष्ट्रगान एवं कुल गीत प्रस्तुत किया. इसके बाद दीप प्रज्वलन एवं राज्यपाल सह कुलाधिपति की अनुमति से दीक्षांत समारोह की शुरुआत हुई. समझ में विभिन्न संकाय एवं विषयों की टॉपर छात्राओं को राज्यपाल ने गोल्ड मेडल एवं डिग्री प्रदान कर सम्मानित किया. शामिल 702 छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई.
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पौधरोपण व उद्घाटन
जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय पहुंचने पर राज्यपाल सह कुलाधिपति का भव्य स्वागत किया गया. यहां सर्वप्रथम उन्होंने रुद्राक्ष का लगाया. तत्पश्चात विश्वविद्यालय की केंद्रीय लाइब्रेरी सावित्रीबाई फुले पुस्तकालय तथा स्वर्णरेखा सभागार का विधिवत उद्घाटन किया.
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सूत्रधार को भूल गया विश्वविद्यालय
आज जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह संपन्न हुआ. विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने से पहले जमशेदपुर महिला कॉलेज को लगातार तीन बार नैक से ‘ए” ग्रेड दिलाने, सेंटर फॉर एक्सीलेंस का दर्जा दिलाने और फिर रूसा की मदद से विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने में हम भूमिका निभाने वाली कॉलेज की पूर्व प्राचार्य एवं कोल्हन विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति डॉ शुक्ला मोहंती का पूरे समारोह के दौरान एक बार भी नाम तक नहीं लिया गया. जबकि यहां के विद्यार्थी से लेकर शिक्षक व कर्मचारी तक कॉलेज को विश्वविद्यालय बनाने की दिशा में द्वारा का किए गए कार्यों से बखूबी अवगत हैं. डॉक्टर शुक्ला मोहंती वर्तमान में ओड़िशा के राज्यपाल की शिक्षा सलाहकार हैं.