डीएवी बरकाकाना में दो दिवसीय सामाजिक विज्ञान पर कार्यशाला
Ramgarh: मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है. समाज में उसका जन्म होता है और समाज में ही उसकी मृत्यु होती है. ऐसी स्थिति में उसके लिए आवश्यक है कि वह समाज में अपने को ठीक प्रकार से व्यवस्थित करे. यदि व्यक्ति अपने को समाज में ठीक प्रकार से व्यवस्थित कर लेता है तो यह उसकी सफलता है. यह कहना है डीएवी बरकाकाना के प्राचार्या सह क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. उर्मिला सिंह का. केपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम अंडर द एजीज ऑफ डीएवी सीएमसी के तहत दो दिवसीय सामाजिक विज्ञान पर कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ. उर्मिला सिंह ने कहा शिक्षा का उच्च रूप वही है जो केवल ज्ञान प्रदान करने तक ही सीमित न रहे बल्कि सभी वस्तुओं के साथ-साथ समन्वय भी स्थापित करे.
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सामाजिक विज्ञान के ज्ञान से छात्र समाज में सामंजस्य स्थापित कर लेता है : मनीष
वहीं डीएवी पतरातू के प्राचार्य मनीष कुमार सिन्हा ने कहा कि सामाजिक अध्ययन एक विषय के रूप में विशेष रूप से सहायक होता है. सामाजिक विज्ञान के अध्ययन में वह क्षमता है जिसके माध्यम से विद्यार्थी आसानी से समाज में सामंजस्य स्थापित कर लेता है. सामाजिक अध्ययन विषय से केवल सैद्धान्तिक ज्ञान ही नहीं बल्कि व्यावहारिक ज्ञान भी मिलता है. यह विषय छात्रो के मानसिक विकास में विशेष रूप से सहायक होता है. इसके द्वारा छात्रों को अधिकारों तथा कर्तव्यों को समुचित ज्ञान कराया जा सकता है. यह छात्रों के सामाजिक चरित्र के विकास में योगदान देता है. उन्होंने कहा कि सहयोग, प्रेम, सहकारिता जैसे गुणों का विकास इसके अध्ययन के द्वारा ही मिलता है. इतना ही नहीं बच्चों में उत्तरदायित्व का भाव पैदा करता है. सबसे महत्वपूर्ण भारतीय संस्कृति का पूर्ण ज्ञान प्राप्त करने के लिए यह विषय परम आवश्यक है. इसलिए यह आवश्यक है कि प्रत्येक शिक्षक बच्चों को विषय की गंभीरता से अवगत कराएं विषय की विस्तृत जानकारी दें. कार्यशाला में झारखंड जोन डी एवं एफ अंतर्गत 14 विद्यालय के शिक्षक भाग ले रहे हैं.
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