Simdega: जिले में मादक पदार्थों के रोक एवं उसके दुष्प्रभाव को समाप्त करने के लिए गुरुवार को जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें जिला प्रशासन एवं समाज कल्याण विभाग के द्वारा मादक पदार्थों के विरुद्ध जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन उर्सुलाइन कान्वेंट स्कूल, सामटोली में किया गया. उपायुक्त सिमडेगा अजय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक सौरभ एवं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी के द्वारा द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. वहीं जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सूरज मुन्नी कुमारी ने स्वागत भाषण एवं कार्यक्रम के उद्देश्य से संबंधित जानकारी दी. उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति के लिए किसी भी देश का भविष्य और देश की उन्नति देश के युवकों पर टिकी होती है. देश की युवा पीढ़ी अगर गलत रास्ते पर चले जाए तो निश्चित ही इनका जीवन अंधकारमय हो जाता है. देश का युवा वर्ग आज जिंदगी के हर पहलू को जीने की प्रबल इच्छा होती है. युवा वर्ग नशे को अपनी शान समझते हैं और शराब, गुटखा, तंबाखू बीड़ी सिगरेट या गांजा, भांग, अफीम का नशा करते हैं.
कहा कि वर्तमान समय में कम उम्र के लड़की और लड़के इसका भरपूर सेवन करते हैं और अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते हैं. नशे से सामाजिक मानसिक और पारिवारिक जीवन पर बुरा प्रभाव तो पड़ता है. साथ ही वाहन दुर्घटना परिवार में अशांति, आर्थिक संकट, बीमारी की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. नशा करके व्यक्तियों का समाज और कार्य स्थल पर भी तमाशा बनता है जिसे उनकी मान-मर्यादा का आघात होता है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जिला को नशा मुक्त बनाने के लिए विभिन्न विभागों के द्वारा अपने-अपने स्तर से विभिन्न प्रकार के जागरुकता कार्यक्रम किये जा रहे हैं. आज लोगों को नशा के दुष्प्रभाव से मुक्त करने की कोशिश की जा रही है. इसी मुहिम और प्रयास से सभी विभागों के साथ-साथ आम नागरिकों की सहभागिता एवं इच्छा शक्ति जरूरी है. साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को नशा से होने वाले दुष्प्रभाव की समझ विकसित करने और नशा से जन-जन की विमुखता से सिमडेगा जिला को नशा मुक्त बनाना हैं.
विधायक कोलेबिरा नमन विक्सल कोंगाड़ी ने मादक पदार्थों से गांव एवं लोगों को दूर रहने की बात कहीं. उन्होंने कहा कि नशा से कई आपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. साथ ही नशा से आज के जीवन में शारीरिक बल की छमता में कमी हो रही है. 40 के युवा 50 वर्ष के दिखाते हैं इसलिए नशा से दूर रहने एवं स्वस्थ रहने का संदेश दिया. उपायुक्त सिमडेगा अजय कुमार सिंह ने बताया कि 19 जून से 26 जून तक नशा मुक्ति एवं मादक पदार्थों का दुरुपयोग को कम करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने उपस्थित सभी युवक-युवती को मादक पदार्थों के दुष्प्रभाव के प्रति जागरुक करते हुए नशे से दूर रहने को कहा. साथ ही उन्होंने नशा से होने वाले शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और सामाजिक नुकसानों के बारे में जानकारी दी.
डीसी ने बताया कि नशा से शारीरिक, धन एवं करैक्टर का भी नुकसान होता है. उन्होंने मादक पदार्थों के दुष्प्रभाव से संबंधित जागरूक करते हुए नशा ना करेंगे और न करने देंगे का संदेश दिया. इसके अलावा डालसा प्रतिनिधि ने नशा कहा कि अधिकांश घटनाएं नशापान से होती हैं, नशामुक्त केन्द्र के संचालक एवं सिस्टर निवेदिता मेमोरियल ट्रस्ट पटना, बिहार के श्री सुशील शर्मा द्वारा मादक पदार्थों में पाए जाने वाले रासायनिक पदार्थ तथा उससे होने वाले नुकसान एवं दुष्प्रभाव के बारे में युवाओं को जागरूक किया गया. तथा नशा कैसे युवाओं को अपने मक्कड़ जाल में जकड़ लेता है इसकी जानकारी दी. साथ ही नशा से होने वाले बीमारियों से अवगत कराया. कार्य क्रम में फूलों झानो आशीर्वाद अभियान के लाभुकों ने भी अपने अनुभव साझा किए. स्वरांजलि ग्रुप के कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक,गीत संगीत के माध्यम से संदेश दिया.
कार्यक्रम के अंत में पुलिस अधीक्षक सौरभ ने नशा मुक्त भारत अभियान के तहत सिमडेगा जिला एवं झारखंड राज्य सरोज तिर्की, 20 सूत्री उपाध्यक्ष मनोज जयसवाल सिमडेगा विधायक प्रतिनिधि संतोष कुमार सिंह, विधायक प्रतिनिधि कोलेबिरा मो० समी आलम, विधायक प्रतिनिधि रावेल लकड़ा, जिले के पदाधिकारी, उर्सलाईन गर्ल स्कूलके प्राचार्य, संत मेरी स्कूल के फादर, सिविल सोसाइटी सदस्यगण और विद्यालयों के छात्र छात्राएं उपस्थित थी.
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